गोड्डाः साल 2023 की विदाई और नववर्ष 2024 के स्वागत को लेकर जिले में उत्साह का माहौल है. लोग जश्न मानने के लिए जिले के विभिन्न पिकनिक स्पॉट का रूख कर रहे हैं. लेकिन गोड्डा के बायोडायवर्सिटी पार्क की बात ही अलग है. पार्क की खूबसूरती निहारने के लिए सैलानियों की भीड़ जुट रही है. वैसे तो सालोंभर यहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन दिसंबर के आखिरी में यहां पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है. लोग अपने परिवार और बच्चों के साथ यहां पहुंचकर नए साल का जश्न मना रहे हैं.
बायोडायवर्सिटी पार्क की है कई खासियतः गोड्डा के बायोडायवर्सिटी पार्क की अपनी एक अलग खासियत है. जैसा कि नाम से काफी कुछ साफ हो जाता है कि यह पार्क जैव विविधता को ध्यान में रखकर बनाया गया है. यहां सैर-सपाटे के साथ लोग जैव विविधता के बारे में जानने के उद्देश्य से पहुंचते हैं. तिलका मांझी विश्वविद्यालय और सिदो कान्हू विश्वविद्यालय के बॉटनी के छात्र यहां शोध के लिए आते हैं. साथ ही सालोंभर स्कूली छात्र-छात्राओं का आना-जाना लगा रहता है.
विभिन्न प्रजाति के पौधे पार्क में हैं मौजूदः इस पार्क में पौधों की हजारों वेराइटी मौजूद हैं. साथ ही पौधों के क्लासिफिकेशन और प्रॉपर्टीज का उल्लेख है. जिसे लोग पढ़कर कर ज्ञान अर्जित करते हैं. इस पार्क में फूलों की हजारों वेराइटी उपलब्ध है.साथ ही कैक्टस, बैंबू आदि की खूब सारी प्रजाति मौजूद है, जो शोध के छात्रों के लिए कारगर है. वहीं आम लोग भी इससे लाभान्वित होते हैं. इसके अलावा औषधीय पौधे भी पार्क में मौजूद हैं.
नए साल को लेकर पार्क को विशेष तौर पर सजाया गयाः वहीं नए साल 2024 को लेकर गोड्डा के बायोडायवर्सिटी पार्क को विशेष तौर पर सजाया-संवारा गया है. इससे पार्क और भी खूबसूरत दिख रहा है. यहां छोटे-छोटे बच्चों को खेलने-कूदने के लिए पर्याप्त सामग्री उपलब्ध है. वहीं कई तरह की तस्वीर और कलाकृति भी लगाई गई है, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. जिसे लोग अपने-अपने कैमरे में संग्रहित कर रहे हैं.
छह साल पूर्व बायोडायवर्सिटी पार्क का हुआ था निर्माणः बताते चलें कि गोड्डा के बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण छह साल पूर्व हुआ था. इसकी लोकप्रियता बड़ी तेजी से बढ़ी है. इस कारण यहां गोड्डा के लोगों के साथ-साथ आसपास के जिले के अलावा पड़ोसी राज्य बिहार के बांका, भगालपुर, मुंगेर समेत कई जिलों से पर्यटक यहां पहुंचते हैं. जिला प्रशासन की ओर से पार्क की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए गए हैं. भौगोलिक दृष्टि से देखे तो ये जिला मुख्यालय से महज पांच किमी की दूरी पर स्थित है. जो गोड्डा कॉलेज मोड़ से गोड्डा-दुमका वाया रामगढ़ रोड पर अवस्थित है.
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