गोड्डाः जिले में विकास के दावों की पोल उस वक्त खुल गयी, जब सुंदरपहाड़ी में सड़क बदहाल के कारण एक मरीज को कंधे पर ढोया गया. परिजन दो किमी तक का सफर तय करके मेन रोड तक पहुंचे और एंबुलेंस से अस्पताल तक ले गये. ये पूरा मामला पहाड़पुर पंचायत स्थित रामपुर ठाकुरटोला का है.
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गोड्डा के सुंदरपहाड़ी प्रखंड अंतर्गत पहाड़पुर पंचायत स्थित रामपुर ठाकुरटोला में सड़क की स्थिति खराब है. बरसात में सड़क चलने योग्य नहीं रह गयी है. हालात ऐसे हैं कि कीचड़ के कारण कोई भी गाड़ी गांव तक नहीं पहुंच पाती है. रविवार को गांव में रामदेव राय (उम्र 25 वर्ष) की तबीयत अचानक बिगड़ गयी. परिजनों ने एंबुलेंस सेवा 108 पर फोन लगाया मगर वाहन गांव तक नहीं पहुंच पायी. इसके बाद परिजन मरीज को कंधे पर लादकर दो किमी का सफर तय कर मुख्य सड़क तक ले गये, तब जाकर मरीज को आननफानन में सुंदरपहाड़ी अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें इलाज के लिए गोड्डा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
सुंदरपहाड़ी गोड्डा जिला का सबसे सूदूरवर्ती पिछड़ा व आदिवासी बहुल प्रखंड है. ये सीएम हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में आता है. सूदूरवर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति काफी खराब है. इससे पहले पहाड़ी इलाकों में लोग मजबूरी खाट पर लादकर मरीज को लाते देखा गया है. दुर्गम पहाड़ी इलाके होने के कारण कई इलाकों में आज भी एंबुलेंस की पहुंच यहां तक नहीं है. इस पूरे मामले वहां चालकों ने भी स्वीकार किया कि गांव तक सड़क खराब होने के कारण एंबुलेंस वहां तक नहीं पहुंच सकती थी, इसीलिए परिजन मरीज को कंधे पर ढोकर रोड तक लेकर आए थे.