गोड्डा: जिले में कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने सभी बैंकों से आम लोगों के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाने और उन्हें सुलभ ऋण देने का निर्देश दिया है. इसी कड़ी में जिले कुटीर उद्योग की शुरुआत प्रशासन ने की है.
बैंक की भूमिका प्रमुख
हाल के दिनों में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी से क्षेत्र में रोजगार का दबाव बढ़ा है. इस कारण जिला प्रशासन की ओर से कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन की पहल को सकारात्मक कहा जा सकता है. इसी तहत जिले में पहली बार 25 लाख की लागत एक स्वचालित चूड़ा उद्योग का उद्घाटन उप विकास आयुक्त सुनील कुमार ने की. उन्होंने कहा कि आज कुटीर उद्योग रोजगार सृजन के लिए जरूरी है. इस उद्योग से ही 50 से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे. वहीं इस पहल में बैंक की भूमिका प्रमुख है, उन्होंने भी सहयोग की बात कही है.
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पलायन पर अंकुश लगेगा
ऐसी ही पहल बड़े पैमाने पर किए जाने की जरूरत है, जिससे पलायन पर अंकुश लगेगा. लेकिन इस पूरे मामले में सबसे अधिक दरियादिली बैंक को दिखानी होगी. क्योंकि अब तक बैंकों के बारे में ये धारणा है कि जरूरतमंदों को ऋण के लिए चप्पल घिसने पड़ते हैं, या फिर ऋण रसूख वालों को या बिचौलियों के माध्यम से मिलती है.