गोड्डा: घने जंगलों और धान के खेतों वाले इस जिले में कोयले का एक विशाल भंडार है. इसी गोड्डा जिले में अडानी समूह की एक कंपनी अडानी पॉवर प्लांट भी है. जिले में विधानसभा की तीन सीटें हैं. महगामा, गोड्डा और पोड़ैयाहाट. गोड्डा विधानसभा अनारक्षित सीट है.
पिता के मौत के बाद बने थे विधायक
झारखंड के वर्तमान विधासभा का सबसे युवा चेहरा गोड्डा के विधायक अमित मंडल का राजनीति में आना एक इत्तेफाक है. साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में रघुनंदन मंडल ने बीजेपी के टिकट पर गोड्डा से चुनाव जीता, लेकिन बमुश्किल डेड साल का वक्त गुजर था कि उनका निधन हो गया. इसके बाद उनके बड़े बेटे अमित मंडल को पिता की विरासत को संभालने के लिए बीजेपी ने उपचुनाव में उतारा, जिसमें अमित मंडल ने राजद के पूर्व विधायक संजय यादव को पराजित किया.
तीन साल में किया 5 साल का काम
विधायक अमित मंडल का कहना है कि उन्हें काम करने के लिए 3 साल का वक्त मिला. इस तीन साल में उन्होंने 5 साल का काम किया, लेकिन विपक्ष के नेता इस बात से सहमति नहीं रखते उनका कहना है कि गोड्डा में सभी संसाधन होते हुए गोड्डा की जनता त्राहिमाम कर रही है. वहीं गोड्डा की जनता का मानना है कि विधायक अमित मंडल ने काम तो किया है, लेकिन जितना होना चाहिए उतना नहीं हुआ. जनता जनार्दन मानती है कि युवा चेहरा होने के नाते उन्हें अभी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.