बगोदर, गिरिडीह: बगोदर प्रखंड क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों का कोरोना काल में एक बार फिर से पलायन शुरू हो गया है. आर्थिक संकट से जूझ रहे बगोदर प्रखंड के बेको पश्चिमी पंचायत के सिर्फ डेढ़ सौ मजदूरों का हाल के दिनों में मुंबई पलायन हो चुका है. इसके अलावा इससे भी अधिक की संख्या में मजदूरों ने पलायन करने की तैयारी शुरू कर दी है. मुंबई पलायन करने के लिए मजदूरों ने सरकार से ट्रेन सेवा चालू करने की मांग की है. बता दें कि लॉकडाउन में मुंबई में फंसे इलाके के प्रवासी मजदूरों की घर वापसी का सरकारी आदेश जारी होने के बाद बड़ी उम्मीद लिए विभिन्न माध्यमों से उनकी घर वापसी हुई थी. मगर यहां आने के बाद उनकी उम्मीदें धरी की धरी रह गई.
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आर्थिक संकट से जूझने से घर परिवार के लिए रोजी-रोटी की जुगाड़ करने में असफल होने पर प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. प्रवासी मजदूरों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि सरकार ने प्रवासी मजदूरों को काम देने का वादा किया था, लेकिन काम की बात तो दूर क्वॉरेंटाइन होने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को सूखा राशन तक नसीब नहीं हुआ. प्रवासी मजदूरों ने अपनी पीड़ा को ईटीवी भारत के साथ साझा की है. मजदूरों ने बताया कि इस पंचायत में पांच सौ की संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई थी. इसमें अधिकांश मुंबई में रहते थे. इसमें लगभग डेढ़ सौ मजदूरों का पलायन मुंबई हो चुका है.