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बच्चा चोरी का आरोप लगाकर भीड़ ने की महिला की पिटाई, जांच के बाद निकली निर्दोष

गिरिडीह में सोमवार की दोपहर को बच्चा चोरी का आरोप लगाकर एक महिला की पिटाई की गयी थी. इस मामले पर जांच के बाद पता चला है कि महिला निर्दोष थी.

महिला की हुई पिटाई
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Published : Aug 27, 2019, 1:28 PM IST

गिरिडीह: जिले में एक सनसनी मामला सामने आया है. इस मामले के बाद मॉब लिंचिंग जैसे बढ़ते मामले फिर से चर्चा में हैं. दरअसल, हुआ यह कि सोमवार को एक छोटी सी गलतफहमी के कारण भीड़ ने एक महिला को बच्चा चोर समझ कर पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी. हालांकि पुलिस की दखलअंदाजी के बाद महिला को बचा लिया गया था. अब इस मामले में पुलिसिया जांच के बाद पता चला है कि आरोपित महिला निर्दोष थी.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें- गिरिडीहः अपराधियों ने की फाइनेंस कंपनी के कर्मी से लूट की कोशिश, नाकाम रहने पर मारी गोली


क्या है पूरा मामला
पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तब जाकर यह पता चला कि अकदोनी गांव की एक महिला ललीता देवी अपनी एक बेटी व दूधमुंहे बच्चे को लेकर सोमवार की दोपहर बनियाडीह स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया गयी थी. वहां वह अपने दोनों बच्चों को बैंक के बाहर छोड़ खुद अंदर चली गयी. थोड़ी देर बाद जब वह बैंक से बाहर निकली तो देखा कि दोनों बच्चे बाहर नहीं हैं. इस बीच उसकी नजर एक महिला पर पड़ी जो उसके बच्चे को गोद में लिए हुई थी. यह देखने के बाद ललिता को शक हुआ की उक्त महिला उसके बेटे को लेकर भाग रही है. इसी शक पर ललिता ने महिला को पकड़ लिया और उसे पकड़ कर अकदोनी ले जाने लगी. इसी बीच अगदोनी में यह अफवाह फैल गई कि ललिता के बच्चे की चोरी करते एक महिला को पकड़ा गया है. जिसके बाद भीड़ महिला पर टूट पड़ी.

यह भी पढ़ें- गिरिडीह: बच्चे की चोरी के प्रयास पर हंगामा, पुलिस ने महिला को भीड़ के चंगुल से बचाया


पीड़ित महिला ने कहा वह बच्चे को खेला रही थी
इस पूरे मामले में पीड़ित महिला का कहना है कि अपने बचाव में उसने बच्चे की मां से कई बार गुहार लगाई, उसे समझाने की कोशिश भी की लेकिन उसकी बात सुनने को कोई तैयार नहीं हुआ.


घटना पर एसडीपीओ का बयान
इस मामले की जांच के बाद एसडीपीओ जीतबाहन उरांव ने कहा कि गलतफहमी के महिला की पिटाई कर दी गई. समय पर सूचना मिलते ही मुफस्सिल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और महिला को बचाया. बचाव के क्रम में कुछ लोगों ने पुलिस के वाहन पर भी पथराव किया, जिससे थाने के वाहन का शीशा टूट गया. वहीं इस मामले में जिन लोगों ने भी आरोपित महिला के साथ मारपीट एवं पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की है उनपर सख्त कार्रवाई की जायेगी.


जांच में क्या पता चला
जांच के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपित महिला भी उक्त बैंक में पैसा निकालने गई थी. जब उसने बैंक के बाहर ललिता देवी के बच्चे को रोता देखा तो आरोपी महिला बच्चे को गोद में उठाकर खेलाने लगी. जिसे देखकर बच्चे की मां ने उसपर बच्चा चोरी का आरोप लगा दिया.


गलतफहमी में हो गई घटना
आरोप लगानेवाली महिला ललीता देवी सो जब पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ किया तो उसने पुलिस के समक्ष कहा कि उससे गलती हो गयी. चंद मिनट के लिये बच्चे को नहीं देखकर वह परेशान हो गयी थी. वहीं जब बच्चा दूसरी महिला की गोदी में देखा तो उसे लगा कि उसके बच्चे को उठाकर उक्त महिला ले जा रही है इसी गलतफहमी के कारण यह घटना घट गयी.

गिरिडीह: जिले में एक सनसनी मामला सामने आया है. इस मामले के बाद मॉब लिंचिंग जैसे बढ़ते मामले फिर से चर्चा में हैं. दरअसल, हुआ यह कि सोमवार को एक छोटी सी गलतफहमी के कारण भीड़ ने एक महिला को बच्चा चोर समझ कर पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी. हालांकि पुलिस की दखलअंदाजी के बाद महिला को बचा लिया गया था. अब इस मामले में पुलिसिया जांच के बाद पता चला है कि आरोपित महिला निर्दोष थी.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें- गिरिडीहः अपराधियों ने की फाइनेंस कंपनी के कर्मी से लूट की कोशिश, नाकाम रहने पर मारी गोली


क्या है पूरा मामला
पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तब जाकर यह पता चला कि अकदोनी गांव की एक महिला ललीता देवी अपनी एक बेटी व दूधमुंहे बच्चे को लेकर सोमवार की दोपहर बनियाडीह स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया गयी थी. वहां वह अपने दोनों बच्चों को बैंक के बाहर छोड़ खुद अंदर चली गयी. थोड़ी देर बाद जब वह बैंक से बाहर निकली तो देखा कि दोनों बच्चे बाहर नहीं हैं. इस बीच उसकी नजर एक महिला पर पड़ी जो उसके बच्चे को गोद में लिए हुई थी. यह देखने के बाद ललिता को शक हुआ की उक्त महिला उसके बेटे को लेकर भाग रही है. इसी शक पर ललिता ने महिला को पकड़ लिया और उसे पकड़ कर अकदोनी ले जाने लगी. इसी बीच अगदोनी में यह अफवाह फैल गई कि ललिता के बच्चे की चोरी करते एक महिला को पकड़ा गया है. जिसके बाद भीड़ महिला पर टूट पड़ी.

यह भी पढ़ें- गिरिडीह: बच्चे की चोरी के प्रयास पर हंगामा, पुलिस ने महिला को भीड़ के चंगुल से बचाया


पीड़ित महिला ने कहा वह बच्चे को खेला रही थी
इस पूरे मामले में पीड़ित महिला का कहना है कि अपने बचाव में उसने बच्चे की मां से कई बार गुहार लगाई, उसे समझाने की कोशिश भी की लेकिन उसकी बात सुनने को कोई तैयार नहीं हुआ.


घटना पर एसडीपीओ का बयान
इस मामले की जांच के बाद एसडीपीओ जीतबाहन उरांव ने कहा कि गलतफहमी के महिला की पिटाई कर दी गई. समय पर सूचना मिलते ही मुफस्सिल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और महिला को बचाया. बचाव के क्रम में कुछ लोगों ने पुलिस के वाहन पर भी पथराव किया, जिससे थाने के वाहन का शीशा टूट गया. वहीं इस मामले में जिन लोगों ने भी आरोपित महिला के साथ मारपीट एवं पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की है उनपर सख्त कार्रवाई की जायेगी.


जांच में क्या पता चला
जांच के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपित महिला भी उक्त बैंक में पैसा निकालने गई थी. जब उसने बैंक के बाहर ललिता देवी के बच्चे को रोता देखा तो आरोपी महिला बच्चे को गोद में उठाकर खेलाने लगी. जिसे देखकर बच्चे की मां ने उसपर बच्चा चोरी का आरोप लगा दिया.


गलतफहमी में हो गई घटना
आरोप लगानेवाली महिला ललीता देवी सो जब पुलिस ने थाना लाकर पूछताछ किया तो उसने पुलिस के समक्ष कहा कि उससे गलती हो गयी. चंद मिनट के लिये बच्चे को नहीं देखकर वह परेशान हो गयी थी. वहीं जब बच्चा दूसरी महिला की गोदी में देखा तो उसे लगा कि उसके बच्चे को उठाकर उक्त महिला ले जा रही है इसी गलतफहमी के कारण यह घटना घट गयी.

Intro:गिरिडीह. हल्की सी गलतफहमी के कारण भीङ ने एक निर्दोष महिला को बच्चा चोर समझ कर पकङ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी. इस मामले की जांच पुलिस ने की है जिसके बाद यह बात सामने आया है कि अकदोनी गांव की एक महिला ललीता देवी अपनी एक बेटी व दूधमुंहे बच्चे को लेकर सोमवार की दोपहर बनियाडीह स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया गयी थी. ललिता अपनी 8 वर्ष की बेटी व बच्चे को बैंक के बाहर रखकर अंदर चली गयी. थोङी देर बाद ललिता बैंक के बाहर निकली तो देखा कि उसका दूधमुंहा बच्चा ( दो वर्ष) उसकी बेटी के पास नहीं है. इस बीच ललिता की नजर एक दूसरी महिला पर पङी जो उसके बच्चे को गोद में लिये हुई थी. जिसके बाद ललिता को शक हुआ की उक्त महिला उसके बेटे को लेकर भाग रही है. इस शक पर ललिता ने महिला को पकङ लिया और उसे पकङ कर अकदोनी ले जाने लगी. इस बीच अगदोनी में हल्ला हो गया कि ललिता के बच्चे की चोरी करते एक महिला को पकङा गया है. जिसके बाद कुछ लोगों ने उक्त महिला को बच्चा चोर कह दिया. फिर भीङ महिला पर टूट पङी.
Body:इस मामले की जांच करने के बाद एसडीपीओ जीतबाहन उरांव ने बताया कि गलतफहमी के कारण एक महिला की पिटाई कुछ लोगों ने कर दी. समय पर सूचना मिलते ही मुफस्सिल पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और महिला को बचाया गया. इस क्रम में कुछ लोगों ने पथराव किया है जिससे थाना के वाहन का शीशा टूटा है. पूछताछ में पता चला कि आरोपित महिला भी पैसा निकालने आयी थी इसी बीच एक महिला अपने 8 वर्षीय बच्ची के गोद में 2 साल के बच्चे को खेलने के लिए छोड़कर पैसा निकालने बैंक में गयी थी बच्चा रोने लगा ये देखकर आरोपित महिला बच्चा को उठाकर खेलाने लगी यही बात बच्चे की माँ को नागवार लगा और सभी मिलकर मारपीट करने लगे. इस मामले में जो लोग भी आरोपित महिला के साथ मारपीट एवं पुलिस के साथ धक्का-मुक्की किया है उनपर सख्त कार्रवाई की जायेगी.

क्या है मामला
बता दे कि सोमवार की दोपहर को बच्चा चोरी के शक में महिला की पिटाई की गयी थी. बचाव करने गये पुलिस पर भी हमला किया गया था. पथराव से पुलिस वाहन का शीशा भी टूट गया. बाद में काफी मशक्कत कर पुलिस ने भीङ के चंगुल से महिला को बचाया. यह मामला मुफस्सिल थाना इलाके के अकदोनी गांव के समीप का है.

पीङित महिला ने कहा वह बच्चे को खेला रही थी
इधर जिस महिला की पिटाई की गयी वह महिला इसी थाना इलाके के चिलगा की रहनेवाली लीलावती देवी (पति हीरालाल दास) है. लीलावती का कहना है कि वह दोपहर में बैंक आयी थी. बैंक के समीप मासूम बच्चा मिला तो वह उसके साथ खेलने लगी जिसके बाद बच्चे की मां को शक हुआ कि वह बच्चे की चोरी कर रही है. लीलावती ने कहा कि इसके बाद उसकी बेरहमी से पिटाई की गयी. वह बार-बार कहती रही की वह बच्चे को प्यार से खेला रही थी लेकिन कोई भी उसकी बातों को सुनने को तैयार नहीं हुआ.

Conclusion:गलती हो गया सर...
इधर आरोप लगानेवाली महिला ललीता देवी को थाना लाकर पूछताछ की गयी तो उसने पुलिस के समक्ष कहा कि उससे गलती हो गयी. चंद मिनट के लिये बच्चे को नहीं देखकर वह परेशान हो गयी थी. वहीं जब बच्चा दूसरी महिला की गोदी में देखा तो उसे लगा कि उसके बच्चे को उठाकर उक्त महिला ले जा रही है इसी गलतफहमी के कारण यह घटना घट गयी.
बाइट: जीतबाहन उरांव, एसडीपीओ
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