गिरिडीह: जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कैलीबाद में 4-5 फरवरी को हुई अधेड़ महिला लीलावती देवी की निर्मम हत्या का खुलासा मुफस्सिल पुलिस ने कर लिया है. पुलिस ने महिला के पति के मौसेरे भाई, जो मृतका का मौसेरा भैंसुर है, उसे गिरफ्तार किया है. हत्यारे तक पहुंचने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. कांड के अनुसंधानकर्ता संजय कुमार ने बिहार के जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के नवडीहा गांव के दुखन साव को इस मामले में गिरफ्तार किया है. मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है.
हत्यारे तक कैसे पहुंची पुलिस
मामले के अनुसंधानकर्ता सअनि संजय कुमार ने बताया कि हत्या के बाद जब अनुसंधान शुरू किया गया. अनुसंधान में जो सुराग मिले उससे यह साफ इशारा हो रहा था कि लीलावती का हत्यारा उसका कोई परिचित हो सकता है. कमरे में शराब का बोतल और गिलास भी पाया गया था. अनुसंधान के दौरान पुलिस को यह पता चला कि घटना के चार दिन पहले मृतका के पति का मौसरा भाई दुखन साव आया हुआ था. अनुसंधान में पुलिस को यह भी पता चला कि मृतका के पति को अपने ननिहाल देवघर के देवीपुर थाना क्षेत्र में भी जमीन मिली है. उसके पति की मां का कोई भाई नहीं था और वह चार बहन थीं. लिहाजा उसके पति के मां को मायके की जमीन में हिस्सा मिला हुआ था. यह जमीन दुखन साव हड़पना चाहता है और इसी को लेकर विवाद है. पुलिस ने जब घटनास्थल का कॉल डिटेल निकाला तो दुखन साव का मोबाइल नंबर घटनास्थल पर घटना के दिन पाया गया.
चार दिन पहले किया था रेकी
लीलावती की हत्या से पहले दुखन साव ने रेकी की थी. चार दिन पहले वह कैलीबाद आया था और घर की पूरे हालात से अवगत हुआ था. मृतका लीलावती का बेटा सूरज साव अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सूर्याही पूजा में मधुपुर गया हुआ था. लीलावती अपने घर में अकेली थी. इसी का फायदा उठाकर दुखन साव अकेले आया और रात में हत्या कर चला गया. एएसआई संजय ने बताया कि पूछताछ में टांगी से महिला की हत्या करने की बात उसने स्वीकार किया है. साथ ही ननिहाल के हिस्से की जमीन जो सरकार की ओर से अधिग्रहण की जा रही है, उसका पैसा हड़पने के उद्देश्य से उसकी हत्या की है.
ये भी पढ़ें- दुमका और बेरमो में जीत को लेकर आश्वस्त महागठबंधन, मतदाताओं को दिया धन्यवाद
राजकुमार की तीसरी पत्नी थी लीलावती
मृतका लीलावती कैलीबाद निवासी राजकुमार साव की तीसरी पत्नी थी. वहीं लीलावती की यह दूसरी शादी थी. 2007 में राजकुमार साव ने लीलावती से शादी की थी. लीलावती की पहली शादी मधुपुर में हुई थी. पहली शादी से उसे एक बेटा सूरज है. राजकुमार से शादी के बाद सूरज मधुपुर में ही रहता था. चार साल पहले राजकुमार साव का निधन हो गया था. उसके बाद लीलावती सूरज को कैलीबाद ले आयी और मां-बेटा साथ में रहने लगे थे. वर्ष 2015 में लीलावती ने अपने बेटे की शादी बंदरकुप्पी में की थी. लीलावती से शादी करने से पहले राजकुमार की दो शादी पहले भी हो चुकी थी. राजकुमार की पहली पत्नी की मौत हो गई थी और दूसरी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी.