गिरिडीह: माइक्रो फाइनेंस कंपनी के जाल में फंसकर एक और महिला ने आत्महत्या कर ली. कर्ज के बोझ से दबी महिला ने अपनी जान दे दी. इस बार घटना पचंबा थाना क्षेत्र में घटी है. बताया गया कि महिला ने एक फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था. कंपनी के एजेंट उस पर लोन की किश्तें चुकाने का दबाव बना रहे थे. घटना से एक दिन पहले शाम को रिकवरी एजेंट महिला के घर गए थे और लोन की किस्त चुकाने का दबाव बनाया था. घटना बुधवार की है. महिला के पति ने रिकवरी एजेंट पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है. इधर, घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
यह भी पढ़ें: लोन वापसी के दबाव में आत्महत्या करने वाली महिला के पति की भी मौत, माले नेता ने प्रशासन से मांगी मदद
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, पचंबा के पेठियाटांड़ निवासी मुकेश कुमार साहा की 33 वर्षीय पत्नी पूनम देवी ने एसकेएस फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था. वह अपने घर पर ही ब्यूटी पार्लर चलाती थी. कंपनी के रिकवरी एजेंट एक दिन पहले उसके घर गए थे और लोन की किस्त चुकाने का दबाव बना रहे थे. मृतिका के पति ने बताया कि उसकी पत्नी ने रिकवरी एजेंट को लोन की एक किश्त दी थी. लेकिन रिकवरी एजेंट दुर्गा पूजा होने की बात कह कर किस्त की रकम एडवांस में जमा करने का दबाव बना रहे थे. उनका आरोप है कि एडवांस किश्त न दे पाने पर रिकवरी एजेंट ने उनकी पत्नी को तरह-तरह की धमकियां देकर परेशान किया. ऋण वसूली कर्मियों की प्रताड़ना से आहत होकर उसकी पत्नी ने अगले दिन आत्महत्या कर ली. उन्होंने पुलिस प्रशासन से दोषी कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है.
थाने में दर्ज कराई थी शिकायत: मृतिका के पति मुकेश ने बताया कि पूर्व में ही कुछ लोगों के द्वारा उनकी पत्नी पूनम को लोन दिलाने की बात कह कर अपने मकड़जाल में फंसाया गया था. मुकेश का आरोप है कि वे लोग पूनम को मोटी रकम वापस करने की बात कह कर प्रताड़ित कर रहे थे. इस बात की जानकारी उन्हें मिलने पर उन्होंने पूर्व में ही थाना में शिकायत दर्ज कराई थी. मगर, उन लोगों ने उनकी पत्नी को प्रताड़ित करना नहीं छोड़ा और तरह-तरह की धमकी देते रहते थे. हालांकि, पूनम ने कितनी राशि लोन में ली थी, इस बात की जानकारी मुकेश नहीं दे पाए. मुकेश का कहना है कि कुछ लोग सिंडिकेट बना कर महिलाओं को लोन दिलाने का प्रलोभन देते हैं और बाद में उन्हें मकड़ जाल में फांस कर सूद के रूप में मोटी रकम वसूल करते रहते हैं. जब महिलाएं पैसे देने में असमर्थ हो जाती हैं तो उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है.
एक सप्ताह पूर्व एक दंपती की जा चुकी है जान: बताते चलें कि बीते 9 अक्टूबर को जिला के बेंगाबाद थाना अंतर्गत खंडोली की महिला जैबुन खातून ने भी लोन वापसी के दबाव में आत्महत्या कर ली थी. महिला की मौत के दो दिन बाद उसके पति ने भी सदमे में आकर दम तोड़ दिया था. घटना के बाद एसपी दीपक शर्मा ने लोन रिकवरी करने वाले दोषी व्यक्ति को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था. बावजूद इसके फाइनेंस कंपनी के कर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.