गिरिडीह: जिले में शहर के वाटर सप्लाई वर्कर्स ने एक बैठक कर यूनियन बनाने का निर्णय लिया है. मंगलवार को हुई इस बैठक की अध्यक्षता मोहम्मद जावेद अख्तर ने की. मौके पर माले नेता सह 'एक्टू' के राष्ट्रीय पार्षद राजेश कुमार यादव और माले के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा भी मौजूद रहे.
लड़ी जाएगी हक की लड़ाई
मौके पर मौजूद गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी राजेश सिन्हा भी ने कहा कि गिरिडीह में 100 के करीब वाटर सप्लाई वर्कर हैं. जिन के समक्ष बहुत सी समस्याएं हैं. किसी भी पार्टी या यूनियन ने इनकी समस्याओं को तवज्जो नहीं दी है. ऐसे में इस यूनियन का गठन कर 'एक्टू' के मार्गदर्शन में वाटर सप्लाई वर्करों को गोलबंद कर उनके हक-अधिकार की लड़ाई लड़ी जाएगी.
वेतन में कटौती
उन्होंने कहा कि गिरिडीह के वाटर सप्लाई वर्करों को उनका वाजिब हक भी नहीं दिया जा रहा है. सभी वर्कर्स के लिए आईडेंटिटी कार्ड, पीएफ, ईएसआई समेत अन्य सुविधाओं की लंबे समय से मांग किए जाने के बावजूद उसे पूरा नहीं किया गया है. यहां तक कि उन्हें समय पर वेतन का भी भुगतान नहीं किया जाता है.
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उन्होंने कहा कि वाटर सप्लाई वर्कर्स यूनियन केंद्र सरकार की मजदूर और श्रम विरोधी नीतियों का भी विरोध करेगा. इसी निर्णय के तहत आज वाटर सप्लाई वर्करों ने एक प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया. जिसका जिसका आह्वान संयुक्त ट्रेड यूनियनों की ओर से किया गया था.
ये लोग रहे मौजूद
इस दौरान मुख्य रूप से जावेद अख्तर, दीपक दास, महेंद्र हेंब्रम, संजय राम, विनोद बढ़ई, मो. शोएब, मो. इसहाक, अब्दुल अंसारी, मो. नियाज, आफताब अंसारी, विलियम मुर्मू, बबलू हाड़ी, मो. रज्जाक, प्रदीप हेंब्रम, कयूम अंसारी, साजन पासवान अन्य मौजूद थे.