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गिरिडीह में भीषण गर्मी और लॉकडाउन में पानी की किल्लत, लोगों को हो रही परेशानी

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Published : May 24, 2020, 7:59 PM IST

लॉकडाउन और भीषण गर्मी में भी बगोदर प्रखंड के लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. पाइपलाइन के जरिए की जाने वाली पानी की आपूर्ति पिछले 3 दिनों से ठप है. इससे ग्रामीणों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है. पेयजल आपूर्ति सिस्टम के मोटर में आई खराबी के कारण पेयजल आपूर्ति ठप है.

गिरिडीह के बगोदर में पानी की किल्लत

बगोदर, गिरिडीह: भीषण गर्मी और लॉकडाउन में बगोदर बाजार में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पेयजलापूर्ति सिस्टम में आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. पिछले तीन दिनों से पाइप लाइन के जरिेए उपभोक्ताओं के बीच की जाने वाली पेयजलापूर्ति ठप है और आगे दो दिनों तक ठप रहने की संभावना है. गड़बड़ी में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जाता है कि मोटर जलने से यह समस्या उत्पन्न हुई है. मोटर को दुरूस्त करने में दो दिन का समय और लगने की संभावना है. पाइप लाइन के जरिए उपभोक्ताओं के बीच पानी की सप्लाई नहीं होने से इस भीषण गर्मी में उन्हें पानी के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है. कोई नदी से पानी ला रहा है तो कोई पानी की खरीदारी कर किसी तरह से दैनिक कार्यों का निपटारा कर रहा है.

पेयजलापूर्ति बाधित रहने से इस लॉकडाउन की घड़ी में लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. बगोदर बाजार निवासी विश्वनाथ साहू, रिंकू गुप्ता, राजीव रंजन, कुंदूर राणा, सुमन देवी आदि का कहना है कि पानी की व्यवस्था के लिए लॉकडाउन का उल्लंघन करने की बाध्यता है. पुरूष वर्ग के लोगों को लॉकडाउन और भीषण गर्मी में नहाने के लिए जमुनिया नदी जाना पड़ता है. इससे कोरोना संक्रमण का भी भय सताता है. लोगों ने कहा है कि आए दिनों पेयजलापूर्ति ठप हो जाती है. इससे परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने पेयजलापूर्ति सिस्टम को दुरुस्त किए जाने की मांग की है.

ये भी पढ़ें: एम्स के मेडिसिन विभाग के पूर्व एचओडी प्रो. पांडे की कोरोना से मौत

इस संबंध में ग्रामीण पेयजल और स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष के पति बबलू राणा ने बताया कि पेयजलापूर्ति सिस्टम के सभी उपकरण जर्जर हो चुके हैं. ऐसे में पानी सप्लाई में परेशानियां हो रही है. जर्जर उपकरण में इतनी भी क्षमता नहीं बची है कि बिजली के हाई और लो-वोल्टेज की समस्या को झेल सके. ऐसे में मोटर जल जा रहा है. इससे पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है. उन्होंने बताया कि 14 साल पूर्व पानी सप्लाई के लिए सारे उपकरण लगाए गए थे जो अब दम तोड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूरे उपकरणों को बदले जाने की आवश्यकता है. इसके लिए लगभग 25 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे.

पेयजलापूर्ति सिस्टम का मोटर बार- बार जलने से बाधित हो रही पेयजलापूर्ति से परेशान हो रहे उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने डीडीसी को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से विधायक कोष जल समृद्धि के तहत बगोदर पेयजलापूर्ति योजना में एक अतिरिक्त मोटर क्रय की स्वीकृति प्रदान किए जाने की मांग की है. इसके अलावा विधायक ने खराब मोटर को अतिशीघ्र बनवाने के लिए उच्च अधिकारियों से बात की है. कोडरमा सांसद के बगोदर प्रखंड सांसद प्रतिनिधि दुर्गेश कुमार ने बगोदर पेयजल और स्वच्छता समिति के सहायक अभियंता को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से बगोदर में ठप पड़े पेयजलापूर्ति को दुरूस्त किए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि यथाशीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

बगोदर, गिरिडीह: भीषण गर्मी और लॉकडाउन में बगोदर बाजार में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पेयजलापूर्ति सिस्टम में आई तकनीकी गड़बड़ी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. पिछले तीन दिनों से पाइप लाइन के जरिेए उपभोक्ताओं के बीच की जाने वाली पेयजलापूर्ति ठप है और आगे दो दिनों तक ठप रहने की संभावना है. गड़बड़ी में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जाता है कि मोटर जलने से यह समस्या उत्पन्न हुई है. मोटर को दुरूस्त करने में दो दिन का समय और लगने की संभावना है. पाइप लाइन के जरिए उपभोक्ताओं के बीच पानी की सप्लाई नहीं होने से इस भीषण गर्मी में उन्हें पानी के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है. कोई नदी से पानी ला रहा है तो कोई पानी की खरीदारी कर किसी तरह से दैनिक कार्यों का निपटारा कर रहा है.

पेयजलापूर्ति बाधित रहने से इस लॉकडाउन की घड़ी में लोगों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. बगोदर बाजार निवासी विश्वनाथ साहू, रिंकू गुप्ता, राजीव रंजन, कुंदूर राणा, सुमन देवी आदि का कहना है कि पानी की व्यवस्था के लिए लॉकडाउन का उल्लंघन करने की बाध्यता है. पुरूष वर्ग के लोगों को लॉकडाउन और भीषण गर्मी में नहाने के लिए जमुनिया नदी जाना पड़ता है. इससे कोरोना संक्रमण का भी भय सताता है. लोगों ने कहा है कि आए दिनों पेयजलापूर्ति ठप हो जाती है. इससे परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने पेयजलापूर्ति सिस्टम को दुरुस्त किए जाने की मांग की है.

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इस संबंध में ग्रामीण पेयजल और स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष के पति बबलू राणा ने बताया कि पेयजलापूर्ति सिस्टम के सभी उपकरण जर्जर हो चुके हैं. ऐसे में पानी सप्लाई में परेशानियां हो रही है. जर्जर उपकरण में इतनी भी क्षमता नहीं बची है कि बिजली के हाई और लो-वोल्टेज की समस्या को झेल सके. ऐसे में मोटर जल जा रहा है. इससे पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है. उन्होंने बताया कि 14 साल पूर्व पानी सप्लाई के लिए सारे उपकरण लगाए गए थे जो अब दम तोड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पूरे उपकरणों को बदले जाने की आवश्यकता है. इसके लिए लगभग 25 लाख रुपये खर्च करने पड़ेंगे.

पेयजलापूर्ति सिस्टम का मोटर बार- बार जलने से बाधित हो रही पेयजलापूर्ति से परेशान हो रहे उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने डीडीसी को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से विधायक कोष जल समृद्धि के तहत बगोदर पेयजलापूर्ति योजना में एक अतिरिक्त मोटर क्रय की स्वीकृति प्रदान किए जाने की मांग की है. इसके अलावा विधायक ने खराब मोटर को अतिशीघ्र बनवाने के लिए उच्च अधिकारियों से बात की है. कोडरमा सांसद के बगोदर प्रखंड सांसद प्रतिनिधि दुर्गेश कुमार ने बगोदर पेयजल और स्वच्छता समिति के सहायक अभियंता को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से बगोदर में ठप पड़े पेयजलापूर्ति को दुरूस्त किए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि यथाशीघ्र इस समस्या का समाधान नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

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