गिरिडीह: जलि में परीक्षा नियमावली की धज्जियां उड़ाई जा रही है. यहां बच्चों को न सिर्फ फर्श पर बैठाया जा रहा है, बल्कि कमरें में पंखे तक की व्यवस्था नहीं की गई. यह पूरा मामला जिले के आरके महिला कॉलेज का है. दरअसल अभी सीबीएसई और जैक के विभिन्न वर्गों की परीक्षा चल रही है इसमें ये कुव्यवस्था देखने को मिली है.
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बिना सिटिंग अरेंजमेंट के हुई परीक्षा: 5 मई से 09 मई तक झारखंड 9वीं और 11वीं बोर्ड की परीक्षा हो रही है. गुरुवार (5 मई)और शुक्रवार (6 मई) को 9वीं की परीक्षा जिले के 113 परीक्षा केंद्रों पर हुई. शुक्रवार को आरके महिला कॉलेज में 9वीं के परीक्षार्थी हॉस्टल के ऊपरी तल्ले पर जमीन में दरी पर बैठकर परीक्षा देते (students giving examination on floor) दिखे. इस दौरान परीक्षार्थियों की सिटिंग अरेंजमेंट भी नजर नहीं आई. बगैर बिजली और पंखे के ही गर्मी में परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी.
नाराज दिखे लोग: इस मामले की जानकारी जब झारखंड मुक्ति मोर्चा को मिली तो बीस सूत्री सदस्य अजीत कुमार पप्पू परीक्षा केंद्र पहुंचे. उन्होंने उस कमरे का निरीक्षण किया जिस कमरे में कार्मेल हिंदी स्कूल के बच्चे परीक्षा दे रहे थे. उन्होंने कहा यह सब सरकार को बदनाम करने की साजिश है.
जबरन बनाया गया परीक्षा सेंटर: केन्द्राधिक्षक एके पांडेय ने बताया कि आरके महिला कॉलेज में 19 अप्रैल से यूजी सेमेस्टर-1 की परीक्षा चल रही है, जो 12 मई तक चलेगी. इसी दौरान 01 मई को महिला कॉलेज को जिला शिक्षा विभाग द्वारा 5 मई से परीक्षा लेने का पत्र मिला. इसे लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को ई-मेल के जरिए बताया गया कि कॉलेज में पहले से परीक्षा संचालित है. 9वी से 11वीं की परीक्षा लेने के लिए बेंच-डेस्क की व्यवस्था नहीं है. जमीन पर बैठाकर परीक्षा लेना पड़ेगा. समस्या बताने के बाद भी सेंटर जबरन थोपा गया.
क्षमता से अधिक हुए परीक्षार्थी: बताया कि महिला कॉलेज में शुक्रवार को पहली पाली में ही यूजी सेमस्टर वन के 835 परीक्षार्थियों की परीक्षा थी. वहीं जैक 9वीं बोर्ड के कार्मेल हिंदी स्कूल के भी 204 बच्चों को इसी कॉलेज में परीक्षा देना था. कॉलेज प्रबंधन के अनुसार सेमेस्टर 1 की पहले से परीक्षा संचालित होने के कारण साइंस और आर्ट्स विभाग का A और B ब्लॉक पहले से फुल था. इस कारण मजबूरी में हॉस्टल के ऊपरी तल्ले पर दरी बिछाकर परीक्षा लेना पड़ा.