गिरिडीह: स्नेहदीप वृद्धाश्रम गिरिडीह (Snehdeep Old Age Home Giridih ) के दो बुजुर्गों के साथ आश्रम की वार्डन द्वारा ठगी किए जाने का मामला संज्ञान में आया है. आश्रम की वार्डन ने इन दो दो बुजुर्गों के बहला फुसला कर उनके पेशन के पैसे को खाते ने निकालवा लिया, पैसा लेते समय वार्डेन ने कहा था कि एक महीने बाद पैसै को सूद समेत वापस कर देंगे लेकिन अब वह पैसा देने में आनाकानी कर रही है.
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दरअसल, स्नेहदीप वृद्धाश्रम गिरिडीह में कई साल से रह रहे दो बुजुर्गों केशमी देवी और गंगेश्वर मोदी रह रहे हैं और इन्ही ठगी हो गई. ठगी का यह आरोप वृद्धाश्रम की वार्डन पर ही लगा है. मामले के संबंध में जब बुजुर्गों से बात की गई तो उन्होंने सारा हाल कह सुनाया. केशमी देवी ने बताया कि आश्रम की वार्डन ने ही उनसे धोखाधड़ी कर ली. आश्रम की वार्डन ने उनकी सारी जमा पूंजी पर हाथ साफ कर दिया.
बुजुर्ग केशमी देवी और गंगेश्वर मोदी का आरोप है कि आश्रम की वार्डन आरती सिन्हा ने इनको बहला फुसला कर इनके पेंशन की राशि हड़प ली है. वार्डन ने इनके खाते में जमा राशि को निकलवाया और अपने पास रख लिया. वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्ग गंगेश्वर मोदी का कहना है कि तीन किश्तों में वृद्धाश्रम की वार्डन ने इनके खाते से 32 हजार रुपये निकलवाए और ले लिए. जबकि केशमी देवी का आरोप है कि उनके खाते से वार्डन ने 6 हजार रुपये की निकासी बहला फुसला कर करा ली.
केशमी का आरोप है कि पैसे निकलवाने के समय वार्डन ने इन्हें सूद दिलाने का लालच दिया और एक महीने के बाद रकम वापस कर देने की बात कही थी. मगर कई माह बीतने के बाद अब वार्डन पैसे लौटाने में टाल मटोल कर रही है. दोनों बुजुर्गों को जब इनका पैसा वापस नहीं मिला तब ये खुद को ठगा सा महसूस करने लगे.
बुजुर्गों से ठगी के विरोध में एबीवीपी का प्रदर्शनः इधर, धीरे धीरे घर की बात बाहर आ गई यानी वृद्धाश्रम में दो बुजुर्गों से ठगी का मामला पब्लिक डोमेन में आ गया. इस मामले की जानकारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को हुई तो उन्होंने शनिवार को धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. मामले को लेकर एबीवीपी के सदस्यों ने स्नेह दीप वृद्धा आश्रम में धरना प्रदर्शन किया और दोषी वार्डन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
साथ ही एबीवीपी सदस्यों ने प्रशासन से बुजुर्गों के पैसे वापस दिलाने की मांग की. इस मौके पर संगठन के सदस्यों ने वार्डन आरती सिन्हा पर बुजुर्गों की देख रेख में लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि वार्डन बीमार बुजुर्गों के इलाज में भी कोताही बरतती हैं. वहीं वृद्धा आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन की राशि भी वार्डन द्वारा अंगूठा लगवाकर निकाल लिया जाता है. एबीवीपी सदस्यों ने प्रशासन से वार्डन आरती सिंह की बर्खास्तगी की भी मांग की है.
वार्डन का टालमटोलः इस पूरे मामले पर वार्डन आरती सिन्हा से बात करने पर उन्होंने सारे आरोपों को गलत बताया. उन्होंने फोन पर कहा कि वह पूरे मामले पर मिलकर बात करेंगी.