गिरिडीह: सीसीएल गिरिडीह कोलियरी की स्थिति बदहाल है. टर्म्स ऑफ रेफरेंस के कारण पहले से कबरीबाद का उत्पादन ठप्प है. वहीं सीटीओ रिन्यूवल नहीं होने के कारण ओपेनकास्ट से भी कोयला उत्पादित नहीं हो रहा है. ऐसे में कोलियरी का घाटा निरंतर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में परिस्थिति को देखते हुए शुक्रवार को जिले के सदर विधायक सुदिव्य कुमार और गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद ने जीएम मनोज कुमार अग्रवाल के साथ बैठक की. इस बैठक में कोयला उत्पादन, डिस्पैच, रोड सेल के साथ साथ आगे की प्लानिंग पर चर्चा हुई. दोनों विधायकों ने कहा कि गिरिडीह कोलियरी की उन्नति हो इसपर उनका पूरा सहयोग रहेगा.
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कोयला चोरी पर लगेगा लगाम
बैठक में जीएम ने कहा कि कोलियरी अभी 160 करोड़ के घाटे में चल रही है. ऐसे में कबरीबाद माइंस को आउटसोर्सिंग मोड में करने का निर्णय बोर्ड ने लिया है. उन्होंने कहा कि कोलियरी को घाटे से उबारने के लिए 14 लाख टन प्रति वर्ष उत्पादित करना जरूरी है. इस दौरान दोनों विधायकों ने कबरीबाद माइंस में आउटसोर्सिंग चलने का विरोध किया. बैठक में जीएम ने कोयला चोरी और जमीन अतिक्रमण का मामला भी उठाया. उन्होंने बताया कि वे इसे लेकर एसडीएम के सामने अपनी बात को रख चुके हैं. वहीं विधायक से भी सहयोग की अपील की. दोनों विधायकों ने कहा कि कोयला चोरी पर लगाम लगाने को लेकर पूरा सहयोग किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सबसे पहले कोलियरी को बचाना जरूरी है.
सोमवार तक मिलेगा सीटीओ
इस दौरान परियोजना पदाधिकारी बिनोद कुमार ने बताया कि सीटीओ नहीं मिलने के कारण ओपेनकास्ट में कोयला का उत्पादन बंद है. इस बात को सुनने के बाद विधायक सुदिव्य ने मौके से ही झारखंड प्रदूषण विभाग के मेम्बर सेक्रेट्री से फोन पर बात की. इस दौरान सोमवार तक सीटीओ मिलने का आश्वासन मिला. दूसरी ओर कबरीबाद के मामले को लेकर विधायक ने एक सप्ताह के अंदर दिल्ली जाने की बात कही.