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गिरिडीह: अवैध खनन में दबे मजदूरों का शव निकालने में एनडीआरएफ फेल, रेस्क्यू ऑपरेशन बंद - रखवा माइका खदान में अवैध खनन

गिरिडीह के सक्सेकिया जंगल के पास रखवा माइका खदान में अवैध खनन करने के दौरान दो मजदूर की मौत हो गई थी. शव को निकालने के लिए लगातार तीसरे भी एनडीआरएफ की टीम लगी रही, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. मौके पर मौजूद उपायुक्त और एसपी ने आज रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करवा दिया.

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रेस्क्यू ऑपरेशन बंद
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Published : Mar 5, 2021, 8:28 PM IST

गिरिडीह: जिले में मनसाडीह पंचायत के सक्सेकिया जंगल के पास रखवा माइका खदान में अवैध तरीके से अभ्रख निकालने के क्रम में दो मजदूरों की दबने से मौत हो गई थी. शव को निकालने के लिए लगातार तीसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. डीसी राहुल कुमार सिन्हा, एसपी अमित रेणू के अलावा एसडीएम धीरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे. उनके मौजूदगी में एनडीआरएफ की टीम माइंस के अंदर लगभग 500 फीट तक गई, लेकिन दोनों मजदूर सतीश कुमार और रंजीत राय का शव नहीं निकाला जा सका.

जानकारी देते उपायुक्त

इसे भी पढे़ं: गिरिडीह में वन भूमि पर 500 फीट से अधिक गहराई तक खनन, अभ्रक की चाल धंसने से दबे दो मजदूरों की मौत


रेस्क्यू टीम भी थी खतरे में
डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि भारत सरकार गृह मंत्रालय के ओर से एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू ऑपेरशन चलाने के लिए भेजा गया था, शुक्रवार की सुबह से लगातार एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में लगी हुई थी, जिला प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से एनडीआरएफ की टीम ने दिन भर रेस्क्यू ऑपेरशन चलाया, टीम ने खदान के अंदर दोनों होल्स तक ऑपरेशन चलाया और शव को खोजने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन माइंस के अंदर पत्थर के धंसने की संभावना अधिक थी. उपायुक्त ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो और स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए जेसीबी मशीन के जरिए माइंस को बंद कराकर भूमि का समतलीकरण किया गया है.



परिजनों से मिले डीसी और एसपी
डीसी और एसपी ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. घटना पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि अवैध खदान के संचालकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जाएगी.

गिरिडीह: जिले में मनसाडीह पंचायत के सक्सेकिया जंगल के पास रखवा माइका खदान में अवैध तरीके से अभ्रख निकालने के क्रम में दो मजदूरों की दबने से मौत हो गई थी. शव को निकालने के लिए लगातार तीसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. डीसी राहुल कुमार सिन्हा, एसपी अमित रेणू के अलावा एसडीएम धीरेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे. उनके मौजूदगी में एनडीआरएफ की टीम माइंस के अंदर लगभग 500 फीट तक गई, लेकिन दोनों मजदूर सतीश कुमार और रंजीत राय का शव नहीं निकाला जा सका.

जानकारी देते उपायुक्त

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रेस्क्यू टीम भी थी खतरे में
डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि भारत सरकार गृह मंत्रालय के ओर से एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू ऑपेरशन चलाने के लिए भेजा गया था, शुक्रवार की सुबह से लगातार एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में लगी हुई थी, जिला प्रशासन और स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से एनडीआरएफ की टीम ने दिन भर रेस्क्यू ऑपेरशन चलाया, टीम ने खदान के अंदर दोनों होल्स तक ऑपरेशन चलाया और शव को खोजने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन माइंस के अंदर पत्थर के धंसने की संभावना अधिक थी. उपायुक्त ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो और स्थानीय ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए जेसीबी मशीन के जरिए माइंस को बंद कराकर भूमि का समतलीकरण किया गया है.



परिजनों से मिले डीसी और एसपी
डीसी और एसपी ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. घटना पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि अवैध खदान के संचालकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जाएगी.

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