बगोदर, गिरिडीह: जन वितरण प्रणाली के तहत लाभुकों को बांटे जानेवाले चावल में मिलावट का मामला सामने आया है. वहीं पीडीएस डीलरों का कहना है कि उन्हें ऐसा चावल हीं उपलब्ध कराया गया है. चावल में 20 प्रतिशत तक मिलावट है. राशन कार्डधारियों ने प्लास्टिक चावल होने का संदेह जताते हुए चावल का उठाव करने से इनकार कर दिया है. कार्डधारकों का कहना है कि ऐसा चावल खाने से स्वास्थ्य खराब हो सकता है. चावल में जो मिलावट है वह भी चावल की तरह है, लेकिन उक्त चावल का रंग और रूप कुछ अलग है. उक्त चावल दांत से भी नहीं टूटता है, जबकि सामान्य सभी तरह के चावल दांत से आसानी से टूट जाते हैं.
बनपुरा में सामने आया है मिलावट का मामला: प्रखंड के बनपुरा में मिलावटी चावल का मामला शनिवार को सामने आया है. महिला स्वंय सहायता समूह के द्वारा अप्रैल का चावल शनिवार को कार्डधारियों के बीच वितरण किया जा रहा था. इसी दौरान कार्डधारियों की नजर मिलावटी चावल पर पड़ी. इसके बाद कार्डधारकों ने जमकर हंगामा किया और चावल का उठाव करने से इनकार कर दिया.
उप प्रमख ने चावल में मिलावट देख जताई नाराजगीः हंगामा बढ़ता देख कर मामले की सूचना उप प्रमुख हरेंद्र सिंह को दी गई. जानकारी मिलते ही उप प्रमुख मौके पर पहुंचे और चावल की क्वालिटी की जांच की. मिलावटी चावल देखकर उन्होंने भी नाराजगी जताई. साथ ही प्रभारी एमओ डॉ राकेश कुमार को मामले से अवगत कराया गया. जानकारी मिलने के बाद एमओ भी मौके पर पहुंचे और मिलावटी चावल की जांच की और कार्डधारकों की शिकायत को सही पाया.
एमओ ने चावल का सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजाः एमओ ने चावल का सैंपल कलेक्ट कर लिया है. उन्होंने कहा कि सैंपल को जांच के लिए भेजा जाएगा, तभी यह स्पष्ट हो सकेगा कि चावल में प्लास्टिक चावल का मिलावट है या और कुछ. मौके पर वार्ड सदस्य शंकर यादव, कार्डधारी गांगो दास, सुरेश दास, सुरेंद्र रजक, प्रदीप दास, राजेंद्र दास, मकसूद अंसारी, हनीफ अंसारी आदि उपस्थित थे.