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केन्द्रीय कारा के शौचालय में बंदी ने लगायी फांसी, दहेज हत्या का था आरोप - गिरिडीह में कैदी की मौत

गिरिडीह के केन्द्रीय कारा में एक कैदी ने फांसी लगाकर हत्या कर ली. बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम को बंदियों की गिनती की जा रही थी. इसी दौरान वार्ड 12 के शौचालय के बाहर निकले छड़ से झूल रहा था.

केन्द्रीय कारा के शौचालय में बंदी ने लगायी फांसी
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Published : Sep 20, 2019, 11:39 PM IST

गिरिडीह: केन्द्रीय कारा में एक बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी है. घटना शुक्रवार की शाम लगभग 6 बजे की है. मृतक पीरटांड़ थाना इलाके के बोनासिंघा गांव निवासी 30 वर्षीय अशोक मल्लाह है.

देखें पूरी खबर

गमछे से झूलता मिला कैदी का शव
बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम को बंदियों की गिनती करने के बाद सभी को वार्ड के अंदर किया जा रहा था. इस दौरान वार्ड 12 के ठीक बगल में स्थित शौचालय की तरफ जब जवान गए तो देखा की बाथरूम के बाहर निकले छड़ में गमछा बांधकर अशोक झूल रहा था. आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर कारा के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे सदर अस्पताल भेजा गया. इस दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गयी.

पत्नी की हत्या का आरोप
बंदी के साथ आए कक्षपाल पवन कुमार ने बताया कि पीरटांड़ थाना कांड संख्या 19/19 धारा 304, 34 भादवि में अशोक जेल में बंद था. पिछले 6 जुलाई को ही उसे जेल लाया गया था. वहीं, पीरटांड़ थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार राय ने बताया कि उसपर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप था. घटना के कुछ दिनों बाद अशोक ने न्यायालय में सरेंडर किया था.

ये भी पढ़ें-झारखंड में अफवाह के चक्कर में पिट रहे बेकसूर, पीड़ितों के सवालों का जवाब दीजिए हुजूर

अस्पताल ले जाने के क्रम में तोड़ा दम
इस मामले पर जेलर कौलेश्वर पासवान ने बताया कि बंदी अशोक दिनभर ठीक था. 6 बजे अचानक जवानों ने बताया कि शौचालय के बाहर निकले छड़ में गमछा बांधकर उसने फांसी लगा ली. जवानों और कुछ बंदियों के सहारे उसे फंदे से उतारा गया और सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में उसने दम तोड़ दिया. इस मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है.

गिरिडीह: केन्द्रीय कारा में एक बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी है. घटना शुक्रवार की शाम लगभग 6 बजे की है. मृतक पीरटांड़ थाना इलाके के बोनासिंघा गांव निवासी 30 वर्षीय अशोक मल्लाह है.

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गमछे से झूलता मिला कैदी का शव
बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम को बंदियों की गिनती करने के बाद सभी को वार्ड के अंदर किया जा रहा था. इस दौरान वार्ड 12 के ठीक बगल में स्थित शौचालय की तरफ जब जवान गए तो देखा की बाथरूम के बाहर निकले छड़ में गमछा बांधकर अशोक झूल रहा था. आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर कारा के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे सदर अस्पताल भेजा गया. इस दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गयी.

पत्नी की हत्या का आरोप
बंदी के साथ आए कक्षपाल पवन कुमार ने बताया कि पीरटांड़ थाना कांड संख्या 19/19 धारा 304, 34 भादवि में अशोक जेल में बंद था. पिछले 6 जुलाई को ही उसे जेल लाया गया था. वहीं, पीरटांड़ थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार राय ने बताया कि उसपर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप था. घटना के कुछ दिनों बाद अशोक ने न्यायालय में सरेंडर किया था.

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अस्पताल ले जाने के क्रम में तोड़ा दम
इस मामले पर जेलर कौलेश्वर पासवान ने बताया कि बंदी अशोक दिनभर ठीक था. 6 बजे अचानक जवानों ने बताया कि शौचालय के बाहर निकले छड़ में गमछा बांधकर उसने फांसी लगा ली. जवानों और कुछ बंदियों के सहारे उसे फंदे से उतारा गया और सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में उसने दम तोड़ दिया. इस मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है.

Intro:गिरिडीह. केन्द्रीय कारा में एक बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी है. घटना शुक्रवार की शाम लगभग 6 बजे की है. मृतक पीरटांङ थाना इलाके के बोनासिंघा गांव निवासी 30 वर्षीय अशोक मल्लाह है. बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम को बंदियों की गिनती करने के बाद सभी को वार्ड के अंदर किया जा रहा था. इस दौरान वार्ड 12 से ठीक बगल में स्थित शौचालय की तरफ जब जवान गये तो देखा की बाथरूम के बाहर निकले छङ में गमछा बांधकर अशोक झूल गया है. आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर कारा के अस्पताल ले जाया गया. जहां से उसे सदर अस्पताल भेजा गया लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गयी.
Body:बंदी के साथ आये कक्षपाल पवन कुमार ने बताया कि पीरटांङ थाना कांड संख्या 19/19 धारा 304, 34 भादवि में अशोक जेल में बंद था. पिछले 6 जुलाई को ही अशोक को जेल लाया गया था. बताया कि कारा में वार्ड 12 में अशोक रहता था. अशोक जिस वार्ड में रहता था उससे दस कदम की दूरी पर शौचालय है. पीरटांङ थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार राय ने बताया कि अपनी पत्नी की हत्या का आरोप अशोक पर था. घटना के कुछ दिनों बाद अशोक ने न्यायालय में सरेंडर किया था.Conclusion:गमछे से झूला अशोक: जेलर
इस मामले पर जेलर कौलेश्वर पासवान ने बताया कि बंदी अशोक दिनभर ठीक था. 6 बजे अचानक जवानों ने बताया कि शौचालय के बाहर निकले छङ में गमछा बांधकर फांसी लगा ली है. जवानों व कुछ बंदियों के सहारे उसे फंदे से उतारा गया और सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में उसने दम तोङ दिया. इस मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है.
बाइट: पवन कुमार, कक्षपाल
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