गांडेय,गिरिडीहः त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के पहले दिन की गिनती समाप्त हो गयी. पहले दिन की गिनती समाप्त होने पर जो परिणाम सामने आए हैं उसके मुताबिक जिला परिषद सदस्य के दो प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हुआ है.
इसे भी पढ़ें- सखी समूह की महिला मुन्नी बनीं जिप सदस्य, भाजपा नेता की पत्नी निर्जला को दी मात
गिरिडीह में मतगणना में दूसरे चरण की वोटिंग के नतीजे धीरे-धीरे आ रहे हैं. जिला के बेंगाबाद प्रखंड के भाग संख्या 41 से जिला परिषद सदस्य के रूप में प्रमिला देवी ने तीसरी बार चुनाव जीत कर हैट्रिक लगाई है. जबकि गांवा प्रखंड के भाग संख्या 02 से पवन चौधरी ने जिप सदस्य पद पर जीत हासिल की है. प्रमिला देवी ने अपने निकटम प्रतिद्वंदी अनिता देवी को एक हजार से अधिक मतों से पराजित किया है. वहीं पवन चौधरी ने लगभग चार हजार वोट से जीत हासिल की है.
जनता का मिलता रहेगा आशीर्वाद- प्रमिलाः बेंगाबाद भाग संख्या 41 की उम्मीदवार प्रमिला देवी बेंगाबाद के निवर्तमान प्रमुख रामप्रसाद यादव की धर्मपत्नी और पूर्व मुखिया स्व. मुंशी महतो की बहू हैं. वो लगातार तीसरी बार जिला परिषद के रूप में निर्वाचित हुई हैं. जीत की घोषणा के बाद प्रमिला देवी के समर्थकों में उत्साह का माहौल है. वहीं जिप सदस्य प्रमिला देवी का कहना है कि जनता का उनके प्रति जो विश्वास है, उसी की जीत हुई है. उनके द्वारा जनता के विश्वास पर हमेशा खरा उतरने का प्रयास किया गया है. जिस कारण क्षेत्र की जनता ने उन्हें लगातार तीसरी बार जीत का सेहरा पहनाया है. प्रमिला ने कहा कि अपने स्वर्गीय ससुर और पति के मार्गदर्शन में उन्होंने जनता के दिलों में जगह बनाई और जनता ने उनपर विश्वास जताया. आगे भी जनता का आशीर्वाद उन्हें मिलता रहेगा इस बात का उन्हें पूरा भरोसा है.
नए चेहरों को मिल रहा मौकाः 19 मई को पंचायत चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग में गिरिडीह के बेंगाबाद, देवरी, तिसरी और गांवा प्रखंड में गांव की सरकार बनाने के लिए वोट डाले गए थे. जिसकी गिनती 22 मई से बाजार समिति गिरिडीह में चल रही है. वोटों की गिनती के दौरान चारों प्रखंड से मुखिया एवं पंचायत समिति पद के प्रत्याशियों के जो परिणाम सामने आए हैं उसके मुताबिक जनता बदलाव के मूड में दिख रही है. अधिकांश सीटों पर नए चेहरों को प्राथमिकता मिली है.
बेंगाबाद के आठ पंचायतों के नतीजों से साफ है कि जनता ने अपने पंचायत में बदलाव की सोच रखकर नए प्रतिनिधियों का चयन किया है. मुखिया पद पर आठ पंचायतों में से छह में नए मुखिया को पंचायत की जनता ने अवसर दिया है. हालांकि परिणाम के आधिकारिक घोषणा होने में अभी थोड़ी देर हो रही है. जिस कारण स्पष्ट आंकड़े सामने नहीं आ पाए हैं.