गिरिडीह: कोरोना काल के दौरान धार्मिक स्थल से जुड़े लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. धार्मिक स्थलों पर लोगों का आना-जाना बंद हो गया था, लेकिन अनलॉक के दौरान धीरे-धीरे धार्मिक स्थलों को खोला गया, जिसके बाद लोगों का आना-जाना शुरू हुआ और उनकी स्थिति में थोड़ी सुधार हुई है. इसी बीच गिरिडीह के मधुबन में भी जैन तीर्थ यात्रियों के साथ-साथ सैलानियों का आना शुरू हो गया है.
ये भी पढ़ें-भोमिया जी की आरती के साथ मधुबन में नए वर्ष का स्वागत, लोगों ने मांगी विश्व कल्याण की दुआ
मधुबन में सैलानियों का आना शुरू
कोरोना काल की विभीषका सभी ने देखी है. सभी की जिंदगी इससे प्रभावित हुई है. इसका सबसे ज्यादा असर पर्यटक और धर्मिक स्थलों पर पड़ा है. यहां सीधे तौर पर रोजगार प्रभावित हुआ था. कुछ महीने पहले से धार्मिक स्थलों को खोला गया है. इसके बाद लोगों का आना इन स्थलों पर होने लगा है. गिरिडीह के विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल मधुबन में भी अब लोग आने लगे हैं. हालांकि, अभी भी यहां वह रौनक नहीं है, जो कोरोना काल से पहले थी. यहां भक्तों के साथ-साथ सैलानियों का भी आना हो रहा है.
सैलानियों की संख्या में इजाफा
यहां के दुकानदारों को उम्मीद जगी है कि इस बार होली तक लोगों की भीड़ बढ़ेगी और उनके दिन बेहतर हो सकेंगे. मधुबन की एक संस्था के मैनेजर सुमन सिन्हा कहते हैं कि यहां अभी पहले जैसे स्थिति तो नहीं है, लेकिन ज्यादा सुधार भी नहीं हुआ है. अब देश के विभिन्न प्रान्तों से तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं. सैलानियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. लोगों की सुविधा का पूरा ख्याल कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार रखा जा रहा है. उम्मीद है कि होली में ज्यादा संख्या में यात्री यहां पहुंचेंगे और स्थानीय दुकानदारों को काफी राहत मिलेगी. वैक्सिनेशन शुरू होने के बाद लोगों को यह भरोसा हुआ है कि होली तक काफी कुछ ठीक हो जाएगा और आने वाले त्योहार से यहां के लोगों के दिन भी सुधरने लगेंगे.