गिरिडीह: धनबाद के मोहित कुमार की हत्या की गुत्थी को गिरिडीह पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देनेवाले धनबाद जिले के ईस्ट बसेरिया ओपी अंतर्गत सिरीटांड़ निवासी पप्पू कुमार और उसके साला को गिरफ्तार किया है. दोनों ने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया है. पुलिस ने उसके पास से घटना को अंजाम देने में उपयोग किए गए सब्बल, मृतक का मोबाइल और कार बरामद किया है.
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एसआईटी ने किया खुलासा
एसपी अमित रेणू ने बताया कि होली के दूसरे दिन 30 मार्च को एनएच 2 के किनारे एक लाश मिली थी. मृतक की पहचान धनबाद के मोहित कुमार के रूप में हुई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम का नेतृत्व डुमरी इंस्पेक्टर आदिकान्त महतो, निमियाघाट थाना प्रभारी विकास पासवान, डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार कर रहे थे. पुलिस ने इस घटना के उद्भेदन के लिए तकनीक का सहारा लिया. पुलिस ने मृतक के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाला, जिसके बाद यह साफ हुआ कि मृतक की बातें एक महिला से होती थी.
आरोपी की पत्नी से पप्पू का था संबंध
जांच में यह साफ हुआ कि पप्पू की पत्नी के साथ मोहित का संबंध था. मोहित हमेशा ही महिला से फोन पर बात करता और मिला करता था. घटना के दिन होली थी. इस दिन महिला का पति पप्पू और महिला का भाई विवेक कुमार शर्मा अपने छत पर बैठकर शराब पी रहा था. जबकि महिला और मोहित कुमार एक अन्य कमरे में थे. इस बीच महिला का पति पप्पू अचानक छत से नीचे आया तो देखा कि उसकी पत्नी नहीं है, जिसके बाद पप्पू ने अपनी पत्नी की खोजबीन शुरू की तो एक कमरे में मोहित और उसकी पत्नी मौजूद थी, जिसके बाद वह आगबबूला हो गया. उसने तुरंत अपने साला विवेक को बुलाया, जिसके बाद दोनों ने मोहित की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी, जिसके बाद मोहित अधमरा हो गया. इसके बाद उसे जूते की रस्सी से बांधकर जेएच 10सीसी 7351 नम्बर की स्विफ्ट डिजायर कार में लादकर निमियाघाट थाना इलाके के लालबाजार, बसईजाम ( नेशनल हाइवे 2) के किनारे ले गया. वहां सब्बल से मोहित की हत्या कर दी गई.
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पहाड़ के पास फेंक दिया था मोबाइल
घटना का खुलासा नहीं हो सके इसके लिए दोनों ने मृतक के मोबाइल को तोड़ दिया. इसके बाद मोबाइल को घटनास्थल के पास ही पहाड़ के पास फेंक दिया था, जबकि मोहित को मारने के लिए उपयोग में लाए गए सब्बल (लोहे का औजार) को भी छिपा दिया गया था.
काफी चर्चित रहा था यह मामला
घटना के बाद शव के साथ मृतक के परिजनों ने धनबाद में प्रदर्शन भी किया था. मृतक मोहित झरिया की एना की आरके ट्रांसपोर्ट में हाजिरी बाबू थे. परिजनों ने वहां भी प्रदर्शन किया था. इस दौरान पुलिस के ओर से मृतक के परिजनों पर लाठी भी चार्ज किया गया था. यह मामला काफी चर्चित हो गया था.
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इनकी रही अहम भूमिका
घटना का उद्भेदन करने में डुमरी एसडीपीओ मनोज कुमार, इंस्पेक्टर आदिकान्त महतो, निमियाघाट थाना प्रभारी विकास पासवान, अवर निरीक्षक संगम पाठक, सरोज कुमार मंडल, रौशन कुमार पासवान, सौरभ राज की अहम भूमिका रही. वहीं धनबाद पुलिस ने भी पूरा सहयोग किया.