गिरिडीहः क्षेत्र की सफाई के लिए वार्ड पार्षदों को पूर्व में दिए गए दो सफाई कर्मी व ठेला वापस लेने के निर्णय के खिलाफ सोमवार को नगर निगम के सभागार में बैठक हुई. गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार की अगुवाई में आयोजित इस बैठक में नगर आयुक्त व एसडीएम प्रेरणा दीक्षित व वार्ड पार्षदों के बीच वार्डों से सफाई कर्मियों को वापस लेने के निर्णय से उत्पन्न होने वाली समस्या को लेकर चर्चा की गई.
इस दौरान वार्ड पार्षदों का कहना था कि वार्डों में सफाई कर्मियों की संख्या को बढ़ाने की मांग की जाती रही, लेकिन वार्ड पार्षदों के अधीनस्थ कार्य कर रहे सफाई कर्मियों को वापस लेने का निर्णय लिया गया, जो उचित नहीं है. वार्ड पार्षदों ने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी आकांक्षा के जरिए सही से सफाई नहीं हो रही है.
इस दौरान विधायक ने नगर निगम के कर्मचारियों से निगम में कार्यरत सफाई कर्मी की संख्या की जानकारी ली. कर्मचारियों ने बताया कि निगम में सफाई कर्मियों की संख्या 200 है. इस पर विधायक ने कहा कि 72 लेबर के वार्डों में लगाये जाने के बाद शेष बचे 128 लेबर से किस-किस तरह का कार्य करवाया जा रहा है.
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इस पर निगम कर्मचारियों का स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर विधायक का तेवर तल्ख हो गया. विधायक ने सिटी मैनेजर व कर्मचारियों को नगर निगम में राजनीति करना बंद करने की नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारी यहां के अधिकारी को भ्रमित कर रहे हैं. इसी दौरान विधायक ने बीच का रास्ता निकालते हुए वार्डों को एक-एक सफाई कर्मी व ठेला उपलब्ध कराने की बात कही, ताकि सफाई कार्य में किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न न हो.
विधायक के तल्ख तेवर के बाद निर्णय लिया गया कि वार्ड पार्षदों को अभी एक सफाई कर्मी व ठेला उपलब्ध करा दिया जाएगा. विधायक ने मेयर सुनील कुमार पासवान को एक सप्ताह के अंदर नगर निगम बोर्ड की बैठक बुलाने का प्रस्ताव दिया. साथ ही बोर्ड की बैठक में कोरोना संक्रमण को देखते अतिरिक्त 72 लेबर नियुक्त करने का निर्णय लेने की बात कही.