गिरिडीहः सीसीएल के ओपेन कास्ट माइंस से कोयले की चोरी और अवैध खदानों से कोयले का खनन बड़ी मात्रा में हो रहा है. तस्कर चोरी किए कोयला और खदानों के कोयले को बैल गाड़ी पर लादकर दूसरे शहरों में ले जाते हैं और बिक्री करते हैं. बुधवार की रात एसडीपीओ को गुप्त सूचना मिली. इस सूचना के आधार पर आधी रात में पचम्बा-जमुआ रोड पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में कोयला जब्त किया गया और बैल गाड़ियों को तोड़ दिया गया.
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आधी रात में एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह और थाना प्रभारी विनय राम के नेतृत्व में पुलिस पचम्बा-जमुआ रोड पहुंची और गुरुवार की अहले सुबह तक छापेमारी की. इस दौरान एक दर्जन से अधिक बैल गाड़ियों को तोड़ा गया और उसपर लदे कोयले को जब्त किया गया. हालांकि, तस्कर बैलगाड़ी छोड़कर भागने में सफल रहे. एक भी तस्कर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
भारी मात्रा में जब्त किया गया कोयला
मिली जानकारी के अनुसार एसडीपीओ और थाना प्रभारी धनयडीह के समीप पहुंचे तो पुलिस को देखकर गाड़ीवान और तस्कर बैलगाड़ी छोड़कर भाग गये. एसडीपीओ अनिल कुमार ने बताया कि रात में ही जेसीबी मंगाया गया और बैलगाड़ियों को तोड़कर उसपर लदा कोयला जब्त कर लिया गया है. एसडीपीओ ने बताया कि अवैध कोयले के खनन और कारोबार के खिलाफ अभियान लगातार चलता रहेगा. थाना प्रभारी ने बताया कि अभी दो दिन पहले ही कोयला के अवैध खनन के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. इसके बावजूद कुछ लोग इस हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी.
बिहार तक पहुंचता है अवैध कोयला
गिरिडीह कोलियरी से कोयले की चोरी और अवैध खनन का खेल वर्षों पुराना है. यहां माइंस के अंदर दाखिल होकर सैकड़ों लोग कोयले की चोरी करते रहे हैं. वहीं अवैध माइनिंग का खेल भी चलता है. पिछले एक वर्ष के दौरान एसडीपीओ, जीएम मनोज अग्रवाल, पीओ एसके सिंह और मुफस्सिल थाना प्रभारी की अगुवाई में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान से कोयला तस्करी और चोरी में काफी कमी आई है. लेकिन अब भी कुछ लोग रात के समय कोयला की चोरी करने में लगे हैं. पुलिस ने बताया कि गिरिडीह से चोरी किया कोयला बिहार के बेला तक पहुंचता है.