गिरिडीहः लॉकडाउन के दौरान गिरिडीह के उग्रवाद प्रभावित खासकर पारसनाथ की तलहटी में रहनेवाले लोगों की परेशानी को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रसारित किया था. इसके बाद सुदूरवर्ती इलाके के लोगों तक राहत पहुंचाने का काम शुरु किया गया है.
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महिला और शिशुओं को मदद
इसी तरह का मानवीय काम दीपक फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है. लॉकडाउन 4.0 में कोरोना महामारी के संक्रमण का खतरा कम होने की संभावना है. लेकिन दैनिक मजदूरी पर जीवित रहने वालों के लिए परेशानी बढ़ गई है. लॉकडाउन के कारण इनकी आजीविका खत्म हो गई है और इनके समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने लगी है. ऐसे जरूरतमंद लोगों के लिए कई एनजीओ और अन्य संगठन सहायता के लिए आगे आ रहें हैं.
दीपक फाउंडेशन डुमरी के सुदूरवर्ती गांव में गरीबों की सहायता कर रहा है. फाउंडेशन की टीम उग्रवाद प्रभावित ग्रामीण इलाकों में जाकर महिला और बच्चों का इलाज कर दवाइयां दे रही है. लोगों को लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. इसके अलावा फाउंडेशन की टीम जरूरतमंद लोगों के बीच सूखे राशन किट का वितरण भी कर रहा है. मंगलवार को फाउंडेशन की टीम ने प्रखंड के पोरैया, परसाबेंडा, जामतारा, करहरीटांड़, हरिजन टोला आदि में 100 गरीब परिवारों के बीच सूखे राशन किट, मास्क और साबुन का वितरण किया. सूखे राशन किट में चावल, आटा, दाल, चीनी, तेल शामिल है. बता दें कि दीपक फाउंडेशन डुमरी रेफरल अस्पताल में मातृ-शिशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराता है.