गिरीडीह: शुक्रवार को सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद बीएसएफ 53 बटालियन के मेजर अनिल सिंह की मौत हो गई. शनिवार की शाम को बरवाडीह स्थित गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
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बेला श्मशान घाट पर मेजर का अंतिम संस्कार किया गया. इससे पहले शव जब गांव पहुंचा, तो मेरु कैंप के अधिकारी और जवानों ने मेजर अनिल सिंह को सशत्र सलामी दी. इंस्पेक्टर प्रयाग रजक के नेतृत्व में 21 राउंड फायरिंग कर सशत्र सलामी दी गयी. इसके बाद बीएसएफ के इंस्पेक्टर की ओर से अनिल सिंह के पिता को तिरंगा भेंट किया गया. इधर, मेजर अनिल सिंह की मौत की सूचना पर पूर्व विधायक चंद्रिका महथा, अंचलाधिकारी रमेश कुमार यादव, बीडीओ इंद्रलाल ओहदार, एसआइ प्रशांत कुमार, एएसआई विनय सिंह, कांग्रेसी नेता सुरेंद्र सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, बीजेपी के अविनाश चंद्र राय ने बरवाडीह गांव पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी. साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अंतिम संस्कार की रस्मों को पूरा करने का निर्देश दिया. निधन पर पूर्व सांसद तिलकधारी प्रसाद सिंह, विधायक केदार हाजरा, ब्रह्मर्षि समाज के बमशंकर शर्मा, मनोज कुमार राय आदि ने शोक प्रकट किया है.
कैसे हुआ हादसा
सीमा सुरक्षा बल 53 बटालियन के मेजर छतीसगढ़ में कार्यरत थे. एक हफ्ते पहले ही छुट्टी लेकर आए थे. शुक्रवार की सुबह अपने बेटे शुभम को साथ लेकर विवाह कार्यक्रम में भाग लेने ससुराल बिहार के जमुई गए. यहां बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मुंडराडीह के पास उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. इस हादसे में मेजर अनिल सिंह और उनकी बाइक के पीछे बैठा शुभम गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों को उपचार के लिए धनबाद स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान मेजर अनिल सिंह की मौत हो गयी.