गिरिडीह: कोरोना संकट और लॉकडाउन के इस विषम परिस्थिति का प्रभाव सभी क्षेत्रों पर पड़ा है, जिसके कारण कई लोगों के रोजगार छिन गए हैं तो कई ने अपने धंधे को ही बदल दिया है. इसका असर गिरिडीह के किसानों पर भी पड़ा है. गन्ने की खेती करने वाले किसान गन्ना बेचने के बजाए अब पुराने तरीके से गन्ने से गुड़ बना रहे हैं.
लॉकडाउन के कारण गन्ने की खपत न होने से किसानों ने पुराने ढर्रे पर वापस लौटते हुए गन्ने से गुड़ बनाना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन के कारण उत्पन्न हुई स्थिति ने किसानों को खेती करने और फसलों को बेचने के तरीके को भी बदल दिया है. ऐसे में गिरिडीह के बगोदर प्रखंड अंतर्गत अटका क्षेत्र के किसानों के गन्ना किसान लॉकडाउन के कारण गन्ने की खपत जूस में न होने पर पुराने धंधे से नाता जोड़ लिया. अब ये किसान गन्ना से गुड़ तैयार कर रहे हैं.
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बगोदर के अटका लक्षीबागी के किसान शिव शंकर मेहता ने बताया कि एक-डेढ़ महीने पहले ही खेतों में गन्ना की फसल तैयार हो चुकी थी. यहां के किसान गन्ना तैयार होने पर जीटी रोड के किनारे जूस की दुकान लगाकर गन्ना का जूस बेचते थे. उससे अच्छी आमदनी भी हो जाती थी. मगर लॉकडाउन के कारण जूस की दुकान बंद रखनी पड़ी. ऐसे में गन्ना की फसलें नष्ट होने की स्थिति में पहुंचने लगी, तब बगोदर के किसानों ने पुराने तरीके से ही गन्ने से गुड़ निकालने की सोची और यह काम शुरू कर दिया. मेहता ने बताया कि बड़ी संख्या में किसान इस बार गुड़ बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि वे डेढ़-दो दशक पहले गन्ना से गुड़ बनाने का काम करते थे.