गिरिडीह: सूबे के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शुक्रवार को पवित्र तीर्थ स्थल मधुबन के सिंहपुर में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी द्वारा संचालित बांस कला ट्रेनिंग सेंटर का दौरा किया. यहां पर उन्होंने स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का भी जायजा लिया और महिला समूह के सदस्यों के साथ बात भी की. वहीं परिसंपत्तियों का वितरण भी किया. इससे पहले राज्यपाल का स्वागत परंपरागत तरीके से किया गया. मौजूद लोगों का अभिवादन राज्यपाल ने दोनों हाथ जोड़कर नमस्कार और जोहार से किया. इस दौरान स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और लोगों से यहां की समस्याओं को समझा. लोगों ने उच्च शैक्षणिक स्थान की कमी से होने वाली परेशानियों के अलावा कई तरह की समस्याओं की जानकारी राज्यपाल को दी. राज्यपाल के साथ जिले के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी अमित रेणू भी मौजूद थे.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हमारी भाषा भले ही अलग-अलग हो लेकिन, हम सब एक हैं. हमारी पहली प्राथमिकता गांव और गांव से जुड़े हुए ग्रामीणों का विकास करना है, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि सबसे प्रमुख एकजुटता होनी चाहिए. कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा कई जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले वंचित लाभुकों को सरकार की योजनाओं से जोड़ लाभान्वित करने का कार्य किया जा सके. लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए. साथ ही उनका लाभ उठाना चाहिए. इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है जागरूकता. सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ उनको मिल सके. जिन लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है, वह अपने नजदीकी सरकारी कार्यालयों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करें और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, जल जीवन मिशन, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, जन औषधि योजना और अन्य योजनाओं का लाभ उठाएं. इस दौरान लोगों के द्वारा प्राप्त मामलों के त्वरित समाधान को लेकर राज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
सिंहपुर बनेगा सिंगापुर: इस दौरान मधुबन पंचायत प्रतिनिधि ने विद्यालय की चाहरदीवारी को लेकर राज्यपाल से अनुरोध किया. राज्यपाल ने विद्यालय की चाहरदीवारी को लेकर उपायुक्त को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द चाहरदीवारी का निर्माण सुनिश्चित करें. कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजना धरातल पर उतर जाए तो यह गांव मॉडल गांव बन जाएगा. उन्होंने कहा कि इस गांव का इतना विकास होगा कि सिंहपुर सिंगापुर बन जाएगा. इस दौरान स्थानीय प्रबुद्ध लोगों और ग्रामीणों से भी राज्यपाल ने बात की. यहां के कैलाश अग्रवाल ने राज्यपाल को बताया कि मधुबन की कई संस्थाओं का गंदा पानी यहां के नाला और नदियों में आ रहा है. इससे ग्रामीणों को काफी समस्या हो रही है. राज्यपाल ने डीसी को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने को कहा. यहां पर अन्य लोगों ने यह भी कहा कि उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां के बच्चे - बच्चियों को पढ़ाई के लिए 25-30 किमी तक का सफर तय करना पड़ता है. हालांकि यहां पर डीसी ने राज्यपाल को यह बताया कि पीरटांड़ प्रखंड के खुखरा में डिग्री कॉलेज स्थापित किया जा रहा है. राज्यपाल ने डीसी को शैक्षणिक व्यवस्था को दुरुस्त करने और बच्चों को सुविधा दिलवाने में और क्या मदद किया जा सकता है, इस पर राय देने को कहा.
बच्चों को दिया टॉफी, पूछा कैसे हो: इस दौरान राज्यपाल ने सिंहपुर आंगनबाड़ी केंद्र और सरकारी विद्यालय के बच्चों के बीच टॉफी का वितरण किया. कई बच्चों को दुलारा और पूछा कैसे हो. बच्चे भी राज्यपाल से मिलकर खुश दिखे. राज्यपाल द्वारा बच्चों से कुछ सवाल भी किया गया, जिसका जवाब सुनकर वे काफी मुस्कराए भी. अंत में राज्यपाल पीरटांड़ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पहुंचे. यहां विद्यालय प्रांगण, सभी कक्षाओं का निरीक्षण किया. मौके पर उन्होंने कंप्यूटर क्लास, लाइब्रेरी, जिन्मेसियम, स्मार्ट क्लास और अन्य कक्षाओं का अवलोकन किया तथा बच्चों से मुलाकात कर उनके पठन-पाठन की जानकारी प्राप्त की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बच्चे एकाग्रता के साथ कोई भी कार्य को करें. चाहे वह पढ़ाई हो, खेल हो या जिम हो.
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राज्यपाल के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. डीएसपी संजय राणा, एसडीपीओ अनिल सिंह, मनोज कुमार, नौशाद आलम के साथ इंस्पेक्टर विनय राम, दिनेश सिंह, परमेश्वर लियांगी, आरएम ठाकुर के अलावा दर्जनाधिक पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था. दूसरी तरफ अन्य व्यवस्था में प्रशिक्षु आईएएस उत्कर्ष कुमार, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा, एनडीसी सुदेश कुमार, एसडीएम प्रेमलता मुर्मू, जिला सम्पर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा भी मौजूद थी.