गांडेय/ गिरिडीहः जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र में अपराध का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ रहा है. एक के बाद एक लगातार हो रही आपराधिक वारदातों ने न सिर्फ पुलिस के पेशानी पर बल ला दिया है, बल्कि पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती भी बन गई है. बीते दस दिनों के अंदर लगातार हत्या जैसे जघन्य अपराध के कई मामले थाना क्षेत्र से सामने आए हैं. क्षेत्र में हो रही लगातार वारदातों ने पुलिस टीम की नींदें उड़ा दी है. वहीं, बेंगाबाद की जनता इन वारदातों से सकते में है और क्षेत्र में दहशत का माहौल बनता जा रहा है. बेखौफ अपराधी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस अपराध पर नियंत्रण पाने में असफल साबित हो रही है.
लगातर होती रही वारदातें
बेंगाबाद थाना क्षेत्र में बीते 14 अगस्त से 26 अगस्त के बीच महज 12 दिनों में ही हत्या की पांच वारदात सामने आई है, जिनमें कुछ मामलों में पुलिस को थोड़ी बहुत सफलता तो मिली, लेकिन हत्या की इन वारदातों का खुलासा करने में पुलिस के हाथ खाली ही हैं. पहली घटना 14 अगस्त को थाना क्षेत्र के बंदियाबाद स्थित चरका पत्थर टोला की है, जहां लीलम देवी नाम की एक नव विवाहिता को उसके ससुरालवालों ने दहेज की खातिर आग में झोंक दिया. विवाहिता का शव उसके ससुराल में ही एक कमरे से जले हुए अवस्था में बरामद किया गया था. घटना के बाद विवाहिता के परिजनों ने ससुरालवालों पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस ने विवाहिता के पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो पाया.
15 अगस्त को एक युवक की हत्या
वहीं, दूसरी घटना दूसरे दिन 15 अगस्त की है. थाना क्षेत्र के भलकुद्दर पंचायत स्थित बैजुबांक में एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कुल्हाड़ी और रॉड आदि से वार कर कर दी गई मृतक 55 वर्षीय अकबर मियां पुरनी लुप्पी का रहने वाला था. उसका शव बैजुबांक स्थित पतरो नदी घाट से बरामद किया गया था. इस मामले में भी मृतक के बेटे ने पति पत्नी समेत सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया था. घटना के बाद ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए काफी उग्र हो गए थे, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर से आरोपी पति पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
खेत में मिला शव
इन दो घटनाओं की गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी ही हुई थी कि तीसरा हत्याकांड गोलगो पंचायत के रंगामाटी गांव से सामने आया. घटना 16 अगस्त रात की बताई जाती है. मृतक 40 वर्षीय सुनील मुर्मू का शव उसके घर से लगभग आधा किलोमीटर दूरी पर खेत से बरामद किया गया था. सुनील देर शाम मछली फंसाने के लिए खेत में जाल लगाने की बात कहकर घर से निकला था. देर रात को काफी खोजबीन के बाद उसके शव को खेत से बरामद किया गया था. वहीं चौथी घटना 19 अगस्त को बड़कितांड की है, जहां 40 वर्षीय व्यक्ति प्रकाश यादव का शव फांसी पर लटका हुआ बरामद किया गया था. हालांकि इस मामले में परिजनों ने हत्या की बात नहीं कही है.
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25 अगस्त को युवक का शव बरामद
इस घटना के बाद 5 दिनों की शांति बनी रही और 24 अगस्त की रात एक और घटना थाना क्षेत्र के कर्णपुरा से सामने आई. 25 अगस्त की सुबह कर्णपुरा निवासी 22 वर्षीय राहुल कुमार ठाकुर का शव उसके घर से आधा किलोमीटर की दूरी पर पेड़ से लटका हुआ मिला. मामले में ग्रामीण और परिजन हत्या की आशंका जाहिर कर रहे हैं. घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी.
राजद नेता की हत्या के बाद उबाल
बेंगाबाद पुलिस टीम अभी इस घटना को लेकर उलझी हुई ही थी कि छठी घटना 25 अगस्त की रात ही मोतिलेदा गांव में घटी. मोतिलेदा में राष्ट्रीय जनता दल के नेता सह समाजसेवी कैलाश यादव और भाजपा नेता सह मुखिया पिता इंद्रलाल वर्मा पर हसमलवारों ने जान लेवा हमला कर दिया. घटना में दोनों बुरी तरह जख्मी हुए. अस्पताल ले जाने के क्रम में राजद नेता कैलाश यादव की मौत हो गई, जबकि इंद्रलाल वर्मा गंभीर अवस्था में धनबाद में इलाजरत हैं. राजद नेता की पीट-पीटकर निर्मम हत्या की घटना के बाद लोगों के सब्र का बांध टूट गया और विभिन्न दलों के नेताओं के साथ ग्रामीणों ने घटना के प्रति आक्रोश जताया. लोगों ने आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग के साथ प्रशासन को आंदोलन की चेतावनी दी.
अन्य अपराध की गति तेज
इन हत्या की वारदातों के अलावा बेंगाबाद थाना क्षेत्र में बाइक चोरी, लूट और छिनतई जैसे अपराध में भी लगातर इजाफा हो रहा है. लोगों का कहना है कि बेंगाबाद थाना क्षेत्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. पुलिस अपराधियों पर लगाम कसने में नाकाम साबित हो रही है. बेखौफ अपराधी खुलेआम आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस का हाथ अपराधियों के दामन तक नहीं पहुंच रहा है.
थाना प्रभारी के खिलाफ लोगों में आक्रोश
लगातार हो रहे अपराध से लोगों में उबाल है और बेंगाबाद थाना प्रभारी की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं. कैलाश यादव की हत्या के बाद आक्रोशित ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने काफी चिंता जाहिर की है. लोग घटनाओं के विरोध में थाने का घेराव करने और बेंगाबाद थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, पुलिस के वरीय पदाधिकारियों ने लोगों को विश्वास दिलाया है कि जल्द ही इन मामलों का खुलासा कर लिया जाएगा और अपराधी सलाखों के पीछे होंगे.