गिरिडीह: बगोदर और सरिया प्रखंड में स्वास्थ्य कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार (Health Workers Strike continue in Giridih) आज तीसरे दिन भी जारी है. इमरजेंसी सेवा छोड़कर सभी सेवाएं दोनों प्रखंडों में ठप है. इससे ग्रामीणों को बीमारी की हालत में इलाज कराने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बिहार पुलिस के द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ मारपीट किए जाने के विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारी कार्य बहिष्कार हड़ताल पर चले गए हैं.
यह भी पढ़ें: हेमंत सरकार ने मानी निकायकर्मियों की मांग, हड़ताल समाप्त करने के बाद कर्मियों ने MLA सुदिव्य को किया सम्मानित
मांग पूरी होने तक जारी रहेगा हड़ताल: घटना के विरोध में और दो सूत्री मांगों को लेकर बगोदर- सरिया के ढाई सौ स्वास्थ्यकर्मी कार्य बहिष्कार करते हुए हड़ताल पर चले गए हैं. स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल शुक्रवार को यानि आज तीसरे दिन भी जारी है. हड़ताल के कारण मरीजों को वापस लौटना पड़ रहा है. ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप है सिर्फ इमरजेंसी केस को देखा जा रहा है. हड़ताल के माध्यम से एक महिला और एक पुरुष पुलिसकर्मी की अस्पताल में तैनाती किए जाने की मांग की जा रही है. हड़ताली कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती हड़ताल जारी रहेगा. कर्मचारियों ने कहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मारपीट की यह कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि यह तीसरी घटना है. पुलिस की मौजूदगी में एक बार डॉक्टर को पीटा गया था और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी.
इधर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार ने बताया कि बगोदर एवं सरिया के ढ़ाई सौ स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इमरजेंसी केस को देखा जा रहा है. ओपीडी बंद है. बताया कि मांगें पूरी होने के बाद ही हड़ताल समाप्त होगी. बताया गया कि बुधवार को रात्रि में अधिकारियों ने हड़ताल समाप्त कराने की कोशिश की थी मगर बात नहीं बनने से हड़ताल जारी रखा गया है. बता दें कि बगोदर सीएचसी में कार्यरत कंम्प्यूटर ऑपरेटर बिष्णु की तलाश में जमुई पुलिस मंगलवार को रात्रि में अस्पताल पहुंची थी और बिष्णु के नहीं मिलने पर दो कर्मचारी जितेंद्र कुमार एवं नजरुल अंसारी के साथ पुलिस ने मारपीट की थी. इसी घटना के बाद से स्वास्थ्य कर्मचारियों का हड़ताल जारी है.