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गिरिडीह: हरिहर धाम शिव मंदिर का टूटेगा 32 सालों का परंपरा, नहीं खुलेगा ताला - गिरिडीह के हरिहर धाम का परंपरा टूटा

कोरोना के कहर के कारन बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम का 32 सलों का परंपरा टूट जाएगा. सावन के महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती थी. श्रावणी मेला जाने वाले शिव भक्तों के अलावा आसपास के शिव भक्त भी यहां काफी संख्या में पहुंचते थे, लेकिन इस साल प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम का गेट नहीं खुलेगा.

Harihar dham Shiva temple will not open in Sawan in giridih
शिव मंदिर पर कोरोना का प्रभाव
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Published : Jul 5, 2020, 10:22 PM IST

गिरिडीह: वैश्विक महामारी कोरोना के कारन 32 सालों से हरिहर धाम शिव मंदिर में चल रहा परंपरा इस साल टूट जाएगा. पवित्र सावन महीने में इलाके का प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम का गेट नहीं खुलेगा. इससे शिव भक्तों को बाबा भोले का दर्शन और पूजन करने का मौका नहीं मिलेगा.

देखें पूरी खबर
बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम में वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस साल भक्तों को पूजा करने की अनुमति नहीं दी गई है. पवित्र सावन महीने में इलाके का प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम का गेट नहीं खुलेगा. शिव भक्तों को बाबा भोले का दर्शन और पूजन करने का मौका नहीं मिलेगा. इस मंदिर में सावन के महीने में शिव भक्तों की जत्था उमड़ती थी. श्रावणी मेला जाने वाले शिव भक्तों के अलावा आसपास के शिव भक्तों की भी यहां भारी भीड़ उमड़ती थी.

सावन के हर सोमवारी और सावन पूर्णिमा के मौके पर हरिहर धाम में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती थी, लेकिन इस साल 6 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के पहले सोमवारी पर भी मंदिर में वीरानी छाई रहेगी. मंदिर के प्रबंधक भीम यादव ने बताया कि सरकार के निर्देश पर 3 महीने से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, यहां सरकारी पूजा की जाती है.

इसे भी पढे़ं:- गिरिडीहः धार्मिक स्थल में हाथियों ने जमकर मचाया उत्पात, नहीं थम रहा गजराजों का आतंक


आपको बता दें कि सावन महीने में भी मंदिर बंद रहेगा. 1988 में मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा किया गया था, तब से यहां सावन में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती रही है. इधर इस संबंध में एसडीएम राम कुमार मंडल ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार हरिहर धाम मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है और आगे भी रोक लगा रहेगा. सरकार के निर्देशों के बाद ही आगे की किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. इस साल विश्व प्रसिद्ध देवघर में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले पर झारखंड सरकार ने रोक लगा दी है.

गिरिडीह: वैश्विक महामारी कोरोना के कारन 32 सालों से हरिहर धाम शिव मंदिर में चल रहा परंपरा इस साल टूट जाएगा. पवित्र सावन महीने में इलाके का प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम का गेट नहीं खुलेगा. इससे शिव भक्तों को बाबा भोले का दर्शन और पूजन करने का मौका नहीं मिलेगा.

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बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम में वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस साल भक्तों को पूजा करने की अनुमति नहीं दी गई है. पवित्र सावन महीने में इलाके का प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम का गेट नहीं खुलेगा. शिव भक्तों को बाबा भोले का दर्शन और पूजन करने का मौका नहीं मिलेगा. इस मंदिर में सावन के महीने में शिव भक्तों की जत्था उमड़ती थी. श्रावणी मेला जाने वाले शिव भक्तों के अलावा आसपास के शिव भक्तों की भी यहां भारी भीड़ उमड़ती थी.

सावन के हर सोमवारी और सावन पूर्णिमा के मौके पर हरिहर धाम में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ती थी, लेकिन इस साल 6 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के पहले सोमवारी पर भी मंदिर में वीरानी छाई रहेगी. मंदिर के प्रबंधक भीम यादव ने बताया कि सरकार के निर्देश पर 3 महीने से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, यहां सरकारी पूजा की जाती है.

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आपको बता दें कि सावन महीने में भी मंदिर बंद रहेगा. 1988 में मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा किया गया था, तब से यहां सावन में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती रही है. इधर इस संबंध में एसडीएम राम कुमार मंडल ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार हरिहर धाम मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है और आगे भी रोक लगा रहेगा. सरकार के निर्देशों के बाद ही आगे की किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. इस साल विश्व प्रसिद्ध देवघर में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले पर झारखंड सरकार ने रोक लगा दी है.

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