गिरिडीह: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने दो दिनों के झारखण्ड-बिहार बंद की घोषणा की है. यह बंद 20 व 21 अप्रैल को है. 20 अप्रैल की मध्य रात्रि से ही बंद शुरू हो जाएगा. बंद को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड में है. सभी थानेदार को सतर्क रहने को कहा गया है. बंद की घोषणा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( माओवादी ) पूर्वी बिहार-पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी के द्वारा की गई है. बंद को लेकर पार्टी के प्रवक्ता प्रतीक ने प्रेस बयान जारी किया है.
मुठभेड़ को बताया कायरतापूर्ण कार्रवाई: विज्ञप्ति में प्रवक्ता प्रतीक ने कहा है कि 3 अप्रैल 2023 को चतरा - पलामू के बॉर्डर इलाके में लावालौंग थाना इलाके के गरहे जंगल में चतरा एसपी द्वारा फर्जी मुठभेड़ करते हुए पार्टी के स्पेशल एरिया कमिटी सदस्य गौतम पासवान, अजित उरांव व तीन सबजोनल कमिटी सदस्य अमर भोक्ता, अजय यादव व संजीत भुइयां को मार दिया था. इस घटना से संगठन को बड़ा झटका लगा है और पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. कहा कि एक सोची समझी साजिश के तहत हत्या की गई है. कहा कि इस घटना के विरोध में ही 48 घन्टा के बंद की घोषणा की गई है. यह भी बताया कि बंद से आवश्यक सेवा जैसे दूध, एम्बुलेंस, अखबार व अन्य जरूरी सेवा को मुक्त रखा जाएगा.
गौरतलब है कि गरहे जंगल में 3 अप्रैल को पुलिस, अर्धसैनिक बलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी. इस घटना में पांच नक्सली मारे गए थे. इनके पास से हथियार भी बरामद किया गया था. इस घटना से संगठन को तगड़ा झटका लगा था. राज्य के डीजीपी ने भी नक्सलियों से लोहा लेनेवाले जवानों से मुलाकात करते हुए उनका हौसला बढ़ाया था. जवानों के बीच इनाम की राशि का वितरण किया था. इस दौरान डीजीपी ने कहा था कि पलामू - चतरा सीमांत इलाके में इस कार्यवाई से नक्सलियों की कमर टूट गई है.