गिरिडीहः जल्द से जल्द अमीर बनने की चाहत में बीटेक का छात्र साइबर अपराधी बन गया. बीटेक की पढ़ाई छोड़कर साइबर हैकिंग का कोर्स करने लगा. बाद में खुद ही नकली वेबसाइट व लिंक बनाकर शातिर अपराधियों को बेचने लगा. ऐसे कई अपराधों को अंजाम तक पहुंचा दिया था. लेकिन इस बार उसकी कलई खुल गई. युवक को गिरिडीह साइबर थाना की पुलिस ने डुमरी व निमियाघाट थाना पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया.
ये भी पढे़ंः सरकारी कर्मचारी बनकर घूम रहे साइबर अपराधी, आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट लेकर अकाउंट कर देते हैं खाली
ऐसे हुई गिरफ्तारीः आरोपी डुमरी थाना इलाके के बासोकांडों गांव निवासी राहुल कुमार मंडल है. राहुल को इंसपेक्टर आदिकान्त महतो, डुमरी थाना प्रभारी पवन सिंह व निमियाघाट थाना प्रभारी साधन कुमार की टीम ने पकड़ा है. इस गिरफ्तारी की पुष्टि डीएसपी संजय राणा ने की है. दरअसल साइबर पुलिस को यह सूचना मिल रही थी कि निमियाघाट थाना इलाके के इसरी बाजार से ऑनलाइन ठगी का काम किया जा रहा है. इस सूचना पर इंस्पेक्टर आदिकान्त व उनकी टीम ने इसरी बाजार में छापेमारी की. यहां पर राहुल को गिरफ्तार किया गया.
एक लाख लोगों का मिला नम्बरः डीएसपी संजय ने बताया कि यहां लैपटॉप को सर्च किया गया तो उसमें नकली वेबसाइट व लिंक क्रिएट करने का साक्ष्य मिला. वहीं इसके मोबाइल से साइबर ठगी का साक्ष्य मिला. इसके साथ मोबाइल में 10 लाख रुपया ट्रांजेक्शन का भी साक्ष्य मिला है. बड़ी बात है कि राहुल के मोबाइल में एक लाख लोगों का नंबर भी मिला है. साथ ही लैपटॉप, चार मोबाइल, 12 एटीएम कार्ड, 16 पासबुक बरामद किया. यहां जब इससे पूछताछ की गई तो राहुल ने बताया कि वह नकली वेबसाइट व लिंक को कुख्यात साइबर अपराधियों को बेचता है. लिंक के लिए उसे 2 हजार मिलता है.
कम्प्यूटर साइंस में कर रहा था बीटेक: डीएसपी ने बताया कि राहुल ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है. यह भी बताया है कि वह गुड़गांव से कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर रहा था. दो साल तक बीटेक की पढ़ाई की. अभी वह नई दिल्ली के लक्ष्मीनगर में स्थित क्रू साइबर सिक्यूरिटी से साइबर हैकिंग का कोर्स कर रहा है. बताया कि राहुल ने उन लोगों का नाम बताया है जिसे उसने लिंक बेचने का काम कर चुका है.