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झारखंड जनता दल का जदयू में होगा विलय, बगोदर की राजनीति में फिर होगी इंट्री

बगोदर की राजनीति में पूर्व विधायक गौतम सागर राणा एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं. इसके लिए वे तैयारी शुरू कर चुके हैं. इसके अलावा 16 अक्टूबर को उनकी पार्टी झारखंड जनता दल का विलय जदयू में होगा (Jharkhand Janata Dal will merge with JDU). विलय का कार्यक्रम रांची में आयोजित होगा. इसे लेकर वे अपने पुराने राजनीतिक साथियों के साथ बैठक भी कर रहे हैं.

Jharkhand Janata Dal will merge with JDU
Jharkhand Janata Dal will merge with JDU
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Published : Oct 11, 2022, 10:16 PM IST

Updated : Oct 11, 2022, 10:26 PM IST

गिरिडीह: बगोदर की राजनीति में एक बार फिर से पूर्व विधायक गौतम सागर राणा (Former MLA Gautam Sagar Rana) की एंट्री होगी. बगोदर की राजनीति के अलावा कोडरमा, हजारीबाग और गिरिडीह लोस क्षेत्र में भी इनकी राजनीतिक गतिविधियां बढे़गी. उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. इसके अलावा उनकी पार्टी झारखंड जनता दल का विलय जदयू में होगा (Jharkhand Janata Dal will merge with JDU). इसे लेकर वे क्षेत्र भ्रमण कर पुराने राजनीतिक साथियों के साथ बैठक भी कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें: अकेले बहुमत पाने को बेताब है झामुमो, केंद्रीय समिति की बैठक में गुरुजी ने कार्यकर्ताओं को दिया मंत्र

पूर्व विधायक ने की लोगों से सहयोग की अपील: मंगलवार को पूर्व विधायक गौतम सागर राणा बगोदर पहुंचे और विधानसभा स्तर के पुराने राजनीतिक साथियों के साथ बैठक की. उन्होंने लोगों से सहयोग करने की अपील की. पुराने साथियों ने पूर्व विधायक की ईमानदारी, निष्ठा और कार्यों से प्रभावित होकर साथ देने का भरोसा दिया. इस बीच पूर्व विधायक गौतम सागर राणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि देश बुरे दौर से गुजर रहा है. संप्रदायवाद हावी है. हिन्दुस्तान को बांटने की साजिशें रची जा रही है. ऐसे में समाज के बुद्धिजीवी तबका के लोगों को आगे आने की जरूरत है, ताकि देश को बांटने की चल रही साजिशों पर लगाम लगाया जा सका.

झारखंड जनता दल के केंद्रीय अध्यक्ष से बातचीत

16 अक्टूबर को झारखंड जनता दल का जदयू में विलय: पूर्व विधायक गौतम सागर राणा झारखंड जनता दल के केंद्रीय अध्यक्ष हैं. 16 अक्टूबर को इनकी पार्टी जदयू में विलय हो जाएगी. इसे लेकर 16 अक्टूबर को रांची में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. राणा ने कहा कि 'देश के हालात ठीक नहीं है. इसी को लेकर मैंने पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान देश की हालत पर चिंतन और मंथन करने के बाद सीएम नीतीश कुमार के आग्रह पर मैंने अपनी पार्टी का विलय जदयू में करने का फैसला लिया है. यह फैसला कार्यकर्ताओं की रायशुमारी के बाद ली गई है. 16 अक्टूबर के रांची में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने की कार्यकर्ताओं से अपील करने के लिए प्रदेश भर में भ्रमण कर रहा हूं.' उन्होंने कहा कि गौतम सागर राणा की राजनीति कभी डेड नहीं हुई है. प्रदेश स्तर की राजनीतिक जिम्मेवारी होने के कारण बगोदर क्षेत्र में सक्रियता में कमी जरूरी आई है. लेकिन यह कमी अब दूर होगी. जदयू में पार्टी का विलय करने के बाद बगोदर की राजनीति में फिर वापसी होगी. रायशुमारी बैठक में मुख्य रूप से उप मुखिया शेख मोकिम, मुस्तकीम अंसारी, दीपू मंडल, सदाकत अंसारी, शेखावत अंसारी, महेश प्रसाद, मोती मंडल, राम स्वरूप, रोहित सोनी, अर्जुन यादव, जोधो साव, शेख इकराज, उमेश स्वर्णकार, प्रभात सोनी आदि उपस्थित थे.

दो बार रहे चुके हैं विधायक: बता दें कि गौतम सागर राणा जेपी आंदोलन के समय से राजनीति कर रहे हैं. इस दौरान वे दो बार बगोदर से विधायक चुने जा चुके हैं. दो बार एमएलसी भी रहे हैं. राजद और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. वे झारखंड एनडीए का संयोजक भी रह चुके हैं.

गिरिडीह: बगोदर की राजनीति में एक बार फिर से पूर्व विधायक गौतम सागर राणा (Former MLA Gautam Sagar Rana) की एंट्री होगी. बगोदर की राजनीति के अलावा कोडरमा, हजारीबाग और गिरिडीह लोस क्षेत्र में भी इनकी राजनीतिक गतिविधियां बढे़गी. उन्होंने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. इसके अलावा उनकी पार्टी झारखंड जनता दल का विलय जदयू में होगा (Jharkhand Janata Dal will merge with JDU). इसे लेकर वे क्षेत्र भ्रमण कर पुराने राजनीतिक साथियों के साथ बैठक भी कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें: अकेले बहुमत पाने को बेताब है झामुमो, केंद्रीय समिति की बैठक में गुरुजी ने कार्यकर्ताओं को दिया मंत्र

पूर्व विधायक ने की लोगों से सहयोग की अपील: मंगलवार को पूर्व विधायक गौतम सागर राणा बगोदर पहुंचे और विधानसभा स्तर के पुराने राजनीतिक साथियों के साथ बैठक की. उन्होंने लोगों से सहयोग करने की अपील की. पुराने साथियों ने पूर्व विधायक की ईमानदारी, निष्ठा और कार्यों से प्रभावित होकर साथ देने का भरोसा दिया. इस बीच पूर्व विधायक गौतम सागर राणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि देश बुरे दौर से गुजर रहा है. संप्रदायवाद हावी है. हिन्दुस्तान को बांटने की साजिशें रची जा रही है. ऐसे में समाज के बुद्धिजीवी तबका के लोगों को आगे आने की जरूरत है, ताकि देश को बांटने की चल रही साजिशों पर लगाम लगाया जा सका.

झारखंड जनता दल के केंद्रीय अध्यक्ष से बातचीत

16 अक्टूबर को झारखंड जनता दल का जदयू में विलय: पूर्व विधायक गौतम सागर राणा झारखंड जनता दल के केंद्रीय अध्यक्ष हैं. 16 अक्टूबर को इनकी पार्टी जदयू में विलय हो जाएगी. इसे लेकर 16 अक्टूबर को रांची में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. राणा ने कहा कि 'देश के हालात ठीक नहीं है. इसी को लेकर मैंने पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. मुलाकात के दौरान देश की हालत पर चिंतन और मंथन करने के बाद सीएम नीतीश कुमार के आग्रह पर मैंने अपनी पार्टी का विलय जदयू में करने का फैसला लिया है. यह फैसला कार्यकर्ताओं की रायशुमारी के बाद ली गई है. 16 अक्टूबर के रांची में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने की कार्यकर्ताओं से अपील करने के लिए प्रदेश भर में भ्रमण कर रहा हूं.' उन्होंने कहा कि गौतम सागर राणा की राजनीति कभी डेड नहीं हुई है. प्रदेश स्तर की राजनीतिक जिम्मेवारी होने के कारण बगोदर क्षेत्र में सक्रियता में कमी जरूरी आई है. लेकिन यह कमी अब दूर होगी. जदयू में पार्टी का विलय करने के बाद बगोदर की राजनीति में फिर वापसी होगी. रायशुमारी बैठक में मुख्य रूप से उप मुखिया शेख मोकिम, मुस्तकीम अंसारी, दीपू मंडल, सदाकत अंसारी, शेखावत अंसारी, महेश प्रसाद, मोती मंडल, राम स्वरूप, रोहित सोनी, अर्जुन यादव, जोधो साव, शेख इकराज, उमेश स्वर्णकार, प्रभात सोनी आदि उपस्थित थे.

दो बार रहे चुके हैं विधायक: बता दें कि गौतम सागर राणा जेपी आंदोलन के समय से राजनीति कर रहे हैं. इस दौरान वे दो बार बगोदर से विधायक चुने जा चुके हैं. दो बार एमएलसी भी रहे हैं. राजद और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. वे झारखंड एनडीए का संयोजक भी रह चुके हैं.

Last Updated : Oct 11, 2022, 10:26 PM IST
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