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गिरिडीहः जमीन विवाद में हिंसक झड़प, दोनों पक्षों से 17 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज - गिरिडीह न्यूज

गिरिडीह के बेंगाबाद थाना क्षेत्र में जमीन विवाद हुआ. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस घटना के बाद पुलिस ने शांति भंग करने वालों को खिलाफ प्राथमिकी दर्ज (FIR registered in land dispute clash) की है, जिसमें 17 नामजद अभियुक्त हैं. बेंगाबाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

FIR registered in land dispute clash
FIR registered in land dispute clash
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Published : Dec 17, 2022, 8:18 AM IST

Updated : Dec 17, 2022, 12:29 PM IST

गिरिडीह: बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनवाडीह मौजा में हुए जमीन विवाद मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है (FIR registered in land dispute clash). बेंगाबाद पुलिस द्वारा दर्ज किए गए केस में दोनों पक्षों से 17 नामजद और लगभग सौ अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया है. पुलिस ने आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. एफआईआर में एक पक्ष से भू-माफिया और उनके समर्थकों समेत 9 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है जबकि, दूसरे पक्ष से विरोध करने वालों में 8 लोगों के नाम शामिल हैं. हालांकि, इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से थाना में आवेदन नहीं दिया गया है.

ये भी पढ़ें: जमीन विवाद में दो गुटों के बीच झड़प के बाद फायरिंग, पुलिस ने किया इनकार

शांति भंग करने वालों के खिलाफ केस: दर्ज एफआईआर में नाजायज मजमा लगाकर शांति भंग करने का प्रयास, फायरिंग, पारंपरिक हथियार तीर धनुष और पत्थरबाजी की घटना का जिक्र किया गया है. जिसमें एक पक्ष से विकास चौरसिया, मोहम्मद साहुत, मोहम्मद इकबाल, रब्बुल, मेहताज आलम, अख्तर, टुनटुन सिंह, प्रदीप वर्मा और मकसूद आलम उर्फ गुड्डू खान के साथ साथ उनके समर्थक और दूसरे पक्ष से सोनवाडीह निवासी चुन्ना मांझी, रामेश्वर मांझी, नेपाली मांझी, जेठा मांझी, टुडा मांझी, हेमलाल किस्कू और बिरालाल हांसदा का नाम शामिल हैं.

निर्माण कार्य रोकने पर हुआ बवाल: दरअसल, बुधवार को बेंगाबाद-मधुपुर एनएच 114A के किनारे सोनवाडीह मौजा स्थित एक जमीन पर एक पक्ष की ओर से अपनी दावेदारी पेश करते हुए घेराबंदी का काम शुरू किया था, जिसका विरोध ग्रामीणों ने किया. इसके बाद दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बन गई. पुलिस ने स्थिति को देखते हुए काम बंद करने का निर्देश दिया और निर्माण कार्य में लगे लोगों और विरोध करने वाले ग्रामीणों को हटा दिया. साथ ही दोनों पक्षों को कागजात के साथ थाना आने का निर्देश दिया. लेकिन, पुलिस टीम के जाने के कुछ देर बाद स्थल पर पहुंच कर दोनों पक्ष फिर से आमने सामने हो गए. इस दौरान दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बन गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया. देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी होने लगी. आरोप है कि इस दौरान एक पक्ष की ओर से भय का माहौल बनाने के लिए हवाई फायरिंग की गई, जबकि दूसरे पक्ष की तरफ से तीर चलाया गया. हालांकि, घटना में किसी प्रकार की हताहत की सूचना नहीं है.

दोनों पक्षों ने नहीं दिया आवेदन: बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह ने कहा कि घटना को लेकर दोनों पक्षों में से किसी की तरफ से आवेदन नहीं दिया गया है. सूचना के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि घटना से संबंधित तथ्यों और साक्ष्य की पड़ताल की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपी विकास चौरसिया ने खुद को निर्दोष बताया है. उन्होंने कहा कि घटना के दिन दुर्गापुर में इलाज करवा रहे थे और उस रात दुर्गापुर में ही थे. इस स्थिति में हम घटनास्थल पर कैसे रह सकते हैं. इसका मेरे पास साक्ष्य भी है.

गिरिडीह: बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनवाडीह मौजा में हुए जमीन विवाद मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है (FIR registered in land dispute clash). बेंगाबाद पुलिस द्वारा दर्ज किए गए केस में दोनों पक्षों से 17 नामजद और लगभग सौ अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया है. पुलिस ने आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. एफआईआर में एक पक्ष से भू-माफिया और उनके समर्थकों समेत 9 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है जबकि, दूसरे पक्ष से विरोध करने वालों में 8 लोगों के नाम शामिल हैं. हालांकि, इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से थाना में आवेदन नहीं दिया गया है.

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शांति भंग करने वालों के खिलाफ केस: दर्ज एफआईआर में नाजायज मजमा लगाकर शांति भंग करने का प्रयास, फायरिंग, पारंपरिक हथियार तीर धनुष और पत्थरबाजी की घटना का जिक्र किया गया है. जिसमें एक पक्ष से विकास चौरसिया, मोहम्मद साहुत, मोहम्मद इकबाल, रब्बुल, मेहताज आलम, अख्तर, टुनटुन सिंह, प्रदीप वर्मा और मकसूद आलम उर्फ गुड्डू खान के साथ साथ उनके समर्थक और दूसरे पक्ष से सोनवाडीह निवासी चुन्ना मांझी, रामेश्वर मांझी, नेपाली मांझी, जेठा मांझी, टुडा मांझी, हेमलाल किस्कू और बिरालाल हांसदा का नाम शामिल हैं.

निर्माण कार्य रोकने पर हुआ बवाल: दरअसल, बुधवार को बेंगाबाद-मधुपुर एनएच 114A के किनारे सोनवाडीह मौजा स्थित एक जमीन पर एक पक्ष की ओर से अपनी दावेदारी पेश करते हुए घेराबंदी का काम शुरू किया था, जिसका विरोध ग्रामीणों ने किया. इसके बाद दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बन गई. पुलिस ने स्थिति को देखते हुए काम बंद करने का निर्देश दिया और निर्माण कार्य में लगे लोगों और विरोध करने वाले ग्रामीणों को हटा दिया. साथ ही दोनों पक्षों को कागजात के साथ थाना आने का निर्देश दिया. लेकिन, पुलिस टीम के जाने के कुछ देर बाद स्थल पर पहुंच कर दोनों पक्ष फिर से आमने सामने हो गए. इस दौरान दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बन गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया. देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी होने लगी. आरोप है कि इस दौरान एक पक्ष की ओर से भय का माहौल बनाने के लिए हवाई फायरिंग की गई, जबकि दूसरे पक्ष की तरफ से तीर चलाया गया. हालांकि, घटना में किसी प्रकार की हताहत की सूचना नहीं है.

दोनों पक्षों ने नहीं दिया आवेदन: बेंगाबाद थाना प्रभारी शशि सिंह ने कहा कि घटना को लेकर दोनों पक्षों में से किसी की तरफ से आवेदन नहीं दिया गया है. सूचना के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि घटना से संबंधित तथ्यों और साक्ष्य की पड़ताल की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपी विकास चौरसिया ने खुद को निर्दोष बताया है. उन्होंने कहा कि घटना के दिन दुर्गापुर में इलाज करवा रहे थे और उस रात दुर्गापुर में ही थे. इस स्थिति में हम घटनास्थल पर कैसे रह सकते हैं. इसका मेरे पास साक्ष्य भी है.

Last Updated : Dec 17, 2022, 12:29 PM IST
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