गिरिडीह: शहर के बड़ा चौक के पास जमीन पर कब्जे का प्रयास किया गया. इस प्रयास का विरोध दूसरे पक्ष ने किया. विवाद रात में काम लगाने को लेकर हुआ. बाद में पुलिस पहुंची और जमीन पर बने पुराने निर्माण को तोड़कर कब्जा करने पहुंचे लोगों को हटाया. यहां जेसीबी को भी परिसर से बाहर किया गया. इस दौरान एक युवती ने जमीन कब्जा करने आये लोगों पर दुर्व्यवहार करने तथा जेसीबी से कुचलने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया है.
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जमीन पर अवैध तरीके से कब्जे की घटना को लेकर नगर थाना इलाके के बरगंडा निवासी अरविन्द राजगढ़िया ने थाना में लिखित शिकायत की है. शिकायत में कहा है कि उनकी फैक्ट्री बड़ा चौक के पास टुंडी रोड में है. यहां जेएसमल एन्ड राजगढ़िया के नाम से उनकी जमीन है, जिसका बंटवारा नहीं हुआ है. फैक्ट्री के पीछे 100 कट्ठा जमीन भी है जो बाउंड्री के अंदर ही है. इस बीच बुधवार की रात 9:30 बजे संजय राजगढ़िया, अनिलमोदी, अरुण राजगढ़िया, अरुण जालान के साथ 15-20 लड़के आए और जबरन जेएस मल कोठी के अंदर घुसकर खरीदी गई जमीन की बाउंड्री तोड़ने लगे. सूचना पर वह मौके पर पहुंचे. अरविन्द का आरोप है कि इस दौरान उन लोगों के धक्का मुक्की भी की गई.
क्या कहना है दूसरे पक्ष का: इधर इस विषय को लेकर दूसरे पक्ष से बात की गई. दूसरे पक्ष के अरुण जालान ने ऑन कैमरा कुछ भी नहीं बताया. इतना ही कहा कि संजय राजगढ़िया जमीन के हिस्सेदार हैं वे ही बयान दे सकते हैं. इसी तरह का जवाब अनिल मोदी ने भी दिया. जबकि संजय राजगढ़िया बार बार कोर्ट में रहने की बात कह कर बयान देने का समय बढ़ाते रहे. काफी देर बाद उन्होंने अपना बयाना दिया और कहा कि जमीन उनकी पुश्तैनी है. यह भी कहा कि अरविन्द राजगढ़िया गलत दावा कर रहे हैं. उन्होंने गुंडों और भू माफियाओं का सहयोग लेने के आरोप को गलत बताया.
शहर में चर्चा का बाजार गर्म: इस घटना के बाद शहर में चर्चा का बाजार गर्म है. लोगों का कहना है कि शहरी इलाके में इस तरह की घटना आम हो गई है. यहां बता दें कि भू माफिया को लेकर भाजपा भी सरकार को निरंतर घेरती रही है.