गिरिडीहः जिले के डीएसपी मुख्यालय संजय राणा सेवानिवृत हो गए हैं. झारखंड पुलिस में गुरु की उपाधि से प्रसिद्ध इस पदाधिकारी के सम्मान में जिला पुलिस ने सम्मान समारोह का आयोजन किया. न्यू पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रिटायर्ड डीएसपी संजय राणा सपरिवार पहुंचे. यहां उनके अलावा जिलाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा, अपनी पत्नी के साथ एसपी दीपक कुमार शर्मा और प्रशिक्षु आईएएस दीपेश भी मंच पर मौजूद रही.
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रिटायर्ड डीएसपी को डीसी-एसपी के हाथों सम्मान पत्र दिया गया. मौजूद लोगों ने कई उपहार भी उन्हें दिए. इस दौरान संजय राणा ने कहा कि मैं अपने कर्तव्य का निर्वाहन ईमानदारी पूर्वक करता रहा. जीवन का बहुमूल्य समय मैंने विभाग को दिया लेकिन उससे कहीं अधिक विभाग ने मुझे लौटाया है. कहा कि सेवानिवृति जीवन के कई दशकों का पारितोषिक है, लेकिन एक परिवार से बिछड़ने की सजा भी है, इसका मलाल मुझे है. मैंने यदि किसी का दिल दुखलाया है तो मुझे क्षमा करेंगे.
अनुभव का मिला फायदाः डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि संजय राणा के साथ काम करने का बहुत ही बेहतर अनुभव मिला. कार्य के दौरान इनके अनुभव का फायदा हमें मिलता था. कहा कि जिले के पुलिस कप्तान के साथ मिलकर संजय राणा जैसे उपकप्तान ने जो सेवा यहां की जनता की है उसे भुलाया नहीं जा सकता. पंचायत चुनाव या विधानसभा उपचुनाव में भी इनका सहयोग भूलाया नहीं जा सकता है.
सेवा में आने के बाद जो पीटीसी में शुरुआती शिक्षा संजय राणा के द्वारा ही दी गई. ये न सिर्फ कुशल शिक्षक रहे बल्कि अभिभावक की तरह सभी ट्रेनी को शिक्षा दी. इन्होंने कई आईपीएस, कई डीएसपी, सैकड़ों पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षित किया. उनको इस लायक बनाया कि भीड़ में जाकर प्रतिनिधित्व कर सके. संजय राणा पुलिस परिवार के गुरूजी हैं. इन्हें पुलिस पदाधिकारी से लेकर कर्मी तक गुरू के तौर पर ही मानते हैं.
कई मेडल से हुए सम्मानितः 1989 बैच के पुलिस पदाधिकारी रहे संजय राणा अपनी कार्यकुशलता के लिए जाने जाते रहे हैं. धनबाद जिले में 7 साल तक योगदान देने के बाद. 1998 से लेकर 2021 तक इन्होंने झारखंड पुलिस अकादमी, हजारीबाग में कार्यरत रहकर पुलिस प्रशिक्षण को नई दिशा दी. इन्होंने अनुसंधान से संबन्धित कई स्पेशल कोर्स में भी प्रशिक्षण प्राप्त किया. गीत और शायरी लिखना इनका शौक रहा. झारखंड पुलिस अकादमी में वर्ष 2008 से विधि विज्ञान, अनुसंधान, विस्फोटक इत्यादि का प्रशिक्षण अवर निरीक्षक से लेकर पुलिस उपाधीक्षक, आईपीएस को देते रहे. इनके इस सराहनीय एवं विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, मुख्यमंत्री झारखंड पुलिस पदक, झारखंड राज्यपाल पदक, यूनियन होम मिनिस्टर अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन ट्रेनिंग एवं डीजी डिस्क से भी सम्मानित किया गया.
ये थे मौजूदः इस कार्यक्रम का मंच संचालन एसडीपीओ सदर अनिल कुमार सिंह और पत्रकार श्रीकांत ने किया. इस दौरान एसडीएम विशालदीप खलखो, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, एसडीपीओ डुमरी सुमित कुमार, प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश सिन्हा, इंस्पेक्टर मनोज कुमार, कमलेश पासवान, सीसीएल गिरिडीह के परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह, सीसीएल डीएवी के प्राचार्य भैया अभिनव कुमार, सार्जेंट मेजर राजेश रंजन, पुलिस एसोसिएशन के मंत्री जितेंद्र सिंह, पुलिस मेंस एसोसिएशन के सुखदेव शर्मा समेत कई पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे.