गिरिडीहः बेंच -डेस्क खरीदी में गड़बड़ी हुई है. इस गड़बड़ी की खबर को ईटीवी भारत लगातार प्रकाशित भी कर रहा है. इस बीच जिले के डीसी ने इसे काफी गंभीरता से लेते हुए जहां तीन अधिकारियों की जांच टीम गठित करते हुए एक सप्ताह के अंदर पूरी रिपोर्ट समर्पित करने को कहा हैं. वहीं इस खरीद में हुई गड़बड़ी विवाद के बीच वायरल हुए तीन ऑडियो ( कॉल रिकॉर्डिंग) के मामले में जिले के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने सीधा और स्पष्ट निर्देश जांच टीम को दिया हैं.
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डीसी ने साफ कहा है कि शिक्षा विभाग अंर्तगत जिले के विभिन्न विद्यालयों में फर्नीचर(डेस्क-बेंच) क्रय करने के मामले में अनियमितता की शिकायतें विभिन्न स्रोतों से प्राप्त हो रही है. अनियमितता संबंधी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी प्राप्त हुआ है, साथ ही विधायक, 32-गिरिडीह विधानसभा के द्वारा भी उक्त के संदर्भ में उच्चस्तरीय टीम बना कर विधि सम्मत कार्रवाई करने संबंधी पत्र प्राप्त है. ऐसे में उक्त मामले की उच्चस्तरीय जांच हेतु निम्नांकित जांच दल का गठन किया है. उपर्युक्त जांच दल को निर्देश दिया जाता है कि आपूर्ति किए गये सामग्रियों की गुणवत्ता, परिमाण एवं अन्य सभी पहलुओं की सम्यक जांच करना सुनिश्चित करें. प्राप्त ऑडियो रिकॉर्डिंग में परिलक्षित दोषियों के विरूद्ध संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज करते हुए प्रतिवेदन दिनांक 01 अक्टूबर 2023 तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें'.
डीसी ने टीम को विस्तृत जांच प्रतिवेदन दिनांक 07 अक्तूबर 2023 तक उपलब्ध कराने को कहा हैं. यहां बता दें कि डीसी ने जिस दल का गठन किया हैं उसमें विल्सन भेंगरा, अपर समाहर्ता, गिरिडीह, रणवीर कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी, गिरिडीह, चंद्रशेखर, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल, गिरिडीह शामिल हैं.
क्या है मामलाः यहां बता दें कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड ( महेशलुंडी ) प्रबंधन समिति ने जबरन भेजे गए बेंच-डेस्क के भुगतान पर रोक लगा दी थी. इससे नाराज जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार 27 सितंबर को उक्त विद्यालय पहुंचे थे. यहां फर्नीचर पर चढ़कर उसकी गुणवत्ता को सही बताया था. इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि 'जेई-एई कौन होता हैं, मैं विभाग का हेड हूं और मैंने कह दिया गुणवत्ता सही है तो सही हैं'. इससे जुड़ा वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो के साथ दूसरे दिन तीन ऑडियो भी वायरल हुआ. तीन ऑडियो में दो ऑडियो जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार और उच्च मध्य विद्यालय बेलाटांड के सचिव सह प्रधानाध्यापक अमृत साव का तो एक ऑडियो महेशलुंडी के मुखिया शिवनाथ साव और मध्य विद्यालय बदडीहा के प्रधानाध्यापक दीपक कुमार ऊर्फ दीपक सिन्हा का बताया जा रहा है.
क्या क्या है वायरल ऑडियो में: पहला और दूसरा ऑडियो जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार और उमवि बेलाटांड के सचिव सह प्रधानाध्यापक अमृत साव के बीच बातचीत से जुड़ा बताया जा रहा है. सुनने में आवाज भी दोनों की प्रतीत हो रही हैं. एक ऑडियो में डीएसई कहते हैं कि "हां, साव जी दीपक फोन किया था बदडीहा वाला कि आपके यहां बैंच-ऊंच दिया हैं 28 पेमेंट उमेंट नहीं किए थे क्या. इस ऑडियो में डीएसई कहते हैं कि कन्हैया सिंह ने व्हट्सएप पर बैंच की क्वालिटी को लेकर व्यंग्य किया. फिर 16 अगस्त मो वह मेरे कार्यालय आया, उसी वक्त बगोदर की प्रमुख आयी थी जिसे लेकर वे स्कूल गए और बैंच में चढ़कर डेस्क पर खड़ा होकर सीलिंग फैन में रस्सी - वस्सी लगाकर वजन किए तो वजन 44 केजी आया. इस ऑडियो में डीएसई यह भी कहते हैं कि मुखिया कौन होता हैं भुगतान पर रोक लगाने वाला. जबकि इस ऑडियो में सचिव अमृत साव कहते हैं कि गुणवत्ता को लेकर आपत्ति हैं. इसपर डीएसई ने यह भी कहा कि वे आयेंगे और समिति के अध्यक्ष के सामने जांच करेंगे. वहीं इन दोनों के बीच की बातचीत का जो दूसरा ऑडियो में उसमें एक तरह से उमवि बेलाटांड के सचिव को डीएसई की तरफ से चेतावनी भरे लहजे में समझाया जा रहा है.
मुखिया संग बातचीत में दीपक ने कहा बड़े लोग हैं शामिल: इसी तरह तीसरा ऑडियो मुखिया शिवनाथ साव और मध्य विद्यालय बदडीहा के प्रधानाध्यापक दीपक कुमार ऊर्फ दीपक सिन्हा का बताया जा रहा हैं. इस ऑडियो में दीपक की तरफ से यह कहा जाता हैं कि भुगतान करवा दीजिये कम्पनी वाला परेशान हैं, मुखिया जब कहते हैं कि कम्पनी का कौन हैं सामने आएगा तब न भुगतान होगा, बिल लेकर आने बोलिये. इस ऑडियो में दीपक यह भी कहते हैं कम्पनी वाला उनके परिचित हैं. दीपक इस ऑडियो में कहते हैं कि मुखिया जी बीच का रास्ता निकालिये जो समिति के लिए ठीक रहे. मुखिया जब कहते हैं कि फर्नीचर में डीएसई को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, उल्टा-पुल्टा नहीं बोले. इस पर दीपक कहते हैं डीएसई को बोले हैं मुखिया से बात कीजिये और चैप्टर को क्लोज कीजिए, दीपक यहां यह भी कह रहे हैं कि आप सुने होंगे मुखिया जी कि भर जिले में यह चर्चा का विषय हैं कि कर रहे हैं सो मुखिया जब कहते हैं कि डीएसई साहब काहे परेशान हैं इनका कोई रिलेटिव हैं क्या. दूसरे तरफ से दीपक की प्रतिक्रिया आती है कि देखिये देखिये जहां तक जानकारी हैं कि कुछ उपायुक्त का आदमी हैं कुछ विधायक का आदमी हैं. सब वही सब कर रहा है. कोई किसलय जी हैं. एक नौशाद हैं. हमलोग निरीह प्राणी हैं.