गिरिडीह: बेंच डेस्क की खरीद में गड़बड़ी और जिला शिक्षा अधीक्षक पर लगे आरोपों की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है. जिले के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने टीम गठित की है. वहीं इस मामले को लेकर सदर विधायक सुदिव्य कुमार के भी तेवर सख्त दिख रहे हैं.
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विधायक ने डीसी को पत्र लिखा है और साफ कहा हैं कि इस मामले की जांच एक उच्च स्तरीय समिति से कराते हुए विधि सम्मत कार्रवाई करें. इधर डीसी ने अपर समाहर्ता विलसन भेंगरा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. टीम को 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. इस मामले पर डीसी ने साफ कहा कि पूर्व में भी सभी को हिदायत दी गई थी कि कोई भी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अब जब गड़बड़ी सामने आई है तो जांच होगी. रिपोर्ट मिलते ही कार्यवाई भी होगी.
विधायक ने क्या कहा: दूसरी तरफ सदर विधायक सुदिव्य कुमार ने कहा कि ईटीवी भारत की खबर से मामले की जानकारी मिली. अन्य श्रोतों ने भी बताया कि फर्नीचर की खरीद में गड़बड़ी की जा रही है. ऐसे किसी मामले को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने डीसी को पत्र लिखा है. पूरे मामले की जांच होगी. जो भी दोषी हैं उनपर कार्रवाई भी होगी.
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क्या हैं मामला: यहां बता दें कि बेंच डेस्क की खरीद में गड़बड़ी की शिकायत महेशलुंडी मुखिया शिवनाथ साव और माले कार्यकर्त्ता कन्हैया सिंह ने की थी. इस बीच बगैर प्रबंधन समिति की अनुमति के फर्नीचर स्कूल भेजने पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड के सचिव अमृत साव ने भी आपत्ति जाहिर की और भुगतान पर रोक लगा दिया.
यहां डीएसई विनय कुमार पहुंचे और जांच करते हुए कहा कि गुणवत्ता सही है, किसी जेई और एई के प्रमाण की दरकार नहीं है. इनका यह वीडियो भी वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद ईटीवी भारत ने सबसे पहले इस खबर को प्रकाशित किया. वहीं अन्य स्कूलों में जाकर पूरी स्थिति को समझा. इस दौरान साफ हुआ कि गड़बड़ी हुई हैं. अब ईटीवी की खबर का असर हुआ हैं.
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