गिरिडीहः बगोदर प्रखंड के हेसला पंचायत के मुखिया के साथ मारपीट और छिनतई हुई है. मारपीट और छिनतई का आरोप हेसला के पंचायत समिति सदस्य के पति अमजद खान और उसके भाई अशरफी खान पर लगाया गया है. ये घटना बगोदर थाना क्षेत्र की है.
इसे भी पढ़ें- Giridih News: मकान बनाने के विवाद में दो पक्षों में जमकर मारपीट, महिलाएं समेत 9 लोग घायल
बगोदर प्रखंड के हेसला के मुखिया रामचंद्र यादव के साथ मारपीट और छिनतई की घटना गुरुवार को हुई है. इसका आरोप मुखिया ने हेसला के पंचायत समिति सदस्य के पति अमजद खान और उसके भाई अशरफी खान पर लगाया गया है. मुखिया के द्वारा गुरुवार शाम बगोदर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. मुखिया ने कहा है कि गुरुवार को सुबह साढ़े दस बजे घटना को अंजाम दिया गया है.
मुखिया रामचंद्र यादव ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि कार पर सवार होकर सरकारी कार्य से गिरिडीह जाने के लिए वे कपसा मोड़ के पास रुककर एक व्यक्ति का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच अमजद खान बाइक से आया और गालियां देने लगा, जब मैंने इसका विरोध किया तबतक उसका भाई अशरफी खान भी पहुंच गया और दोनों ने मिलकर मेरे साथ मारपीट की और डिजिटल सिग्नेचर को छीनने का भी प्रयास किया. इसी दौरान गले से सोना की चेन और 35 सौ 50 रुपए की छिनतई कर ली. उन्होंने बताया कि हेसला में ही पंचायत समिति मद से एक रोड की स्वीकृति हुई थी लेकिन स्वीकृत स्थान पर कार्य न कराकर रुपए की निकासी कर ली गई. ग्रामीणों की शिकायत पर मेरे द्वारा मामले की जांच की गई थी. उन्होंने कहा है कि इसी के विरोध में घटना को अंजाम दिया गया है.
मुखिया रामचंद्र यादव के समर्थन में संघ की अध्यक्ष सरिता साव, उप प्रमुख हरेंद्र सिंह, पूर्व प्रमुख मुस्ताक अंसारी, मुखिया प्रतिनिधि पूरन कुमार महतो, रामेश्वर यादव भी थाना पहुंच गये. वहीं अमजद खान ने मारपीट और छिनतई के आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उन्होंने कहा है कि आपस में धक्का-मुक्की हुई है लेकिन मारपीट नहीं हुई. अमजद खान ने कहा कि बुधवार को आयोजित वन अधिकार समिति की बैठक में मुखिया की नहीं चली थी, जिसके विरोध में उसने और उनके भाई ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की.