गिरिडीह: जिले के धनवार थाना क्षेत्र के परसन ओपी अंतर्गत कटरियाटांड़ में बारिश के दौरान हुए वज्रपात (Thunderclap) में एक दंपती की मौत हो गई. मृतकों में स्थानीय बिष्टु सिंह ( 60 वर्ष) और बिष्टु की पत्नी अष्टमा देवी ( 55 वर्ष) शामिल हैं. घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम को बारिश हो रही थी. बारिश के दौरान दंपती घर के पीछे खड़े थे. इसी दौरान वहीं आम के पेड़ पर वज्रपात हो गया, जिसकी चपेट में दोनों आ गए. वज्रपात होते ही दोनों जमीन पर गिर कर अचेत हो गए, जिसके बाद परिजन और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों को इलाज के लिए नर्सिंग होम ले गए, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना के बाद से गांव में भी मातम पसर गया है.
वज्रपात से लगी आग
वहीं धनवार प्रखंड के गरडीह में भी सोमवार की शाम को बारिश के दौरान मुरारी सिंह के खपरैल की मकान पर भी वज्रपात हो गया, जिससे मुरारी सिंह के घर में आग लग गई. मामले की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक मुरारी के घर में रखे सामान जलकर खाक हो गया था. वहीं इस घटना में मुरारी भी झुलस गया. उसका इलाज गांव में ही एक डॉक्टर के यहां चल रहा है. घटना के बाद से मुरारी के परिवार को रहने और खाने की समस्या हो गई है. फिलहाल पंचायत प्रधान दयाशंकर सिंह के पहल से मुरारी के परिवार को गांव के स्कूल में ही रहने खाने की व्यवस्था करवाई गई है. मुरारी के परिवार में छह सदस्य हैं.
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वज्रपात से अब तक 2000 लोगों की मौत
भौगोलिक कारणों से झारखंड में वज्रपात की घटनाएं समतल इलाकों की तुलना में अधिक होती है. राज्य में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वज्रपात से अब तक करीब 2000 लोगों की मौत हो चुकी है. गिरिडीह में भी आए दिन वज्रपात की घटना होते रहती है, जिसकी चपेट में आने से लोगों मौत हो रही है.