गिरिडीहः दो साल पहले कोरोनाकाल के दौरान 216 पीडीएस दुकानों को आवंटित (Illegally allotted PDS shop in Giridih) किया गया था. यह आवंटन विवादों में घिरा रहा और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच जांच हुई और 208 पीडीएस दुकानों के आवंटन में अनियमितता पायी गई थी. इसके बाद 208 दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया. अब कांग्रेस ने इस अवैध आवंटन को लेकर तत्कालीन जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह वर्तमान एनडीसी सुदेश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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जिला कांग्रेस कमेटी ने इस मामले में दोषी पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर झंडा मैदान में आमरण अनशन शुरू किया है. पिछले चार दिनों से यह अनशन चल रहा है. इस अनशन की अगुवाई झारखंड कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि उपेंद्र सिंह कर रहे हैं. उपेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना काल के दौरान गिरिडीह में 216 पीडीएस दुकानों को तत्कालीन डीएसओ सुदेश कुमार द्वारा आवंटित किया गया था. इस आवंटन प्रक्रिया की जांच की गई तो 208 दुकानों को कैंसिल कर दिया गया है. इन दुकानों के अवैध वितरण में तत्कालीन डीएसओ और वर्तमान एनडीसी सुदेश कुमार का अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन डीएसओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए. इसके साथ ही तत्कालीन डीसी राहुल सिन्हा के कार्यकाल की सीबीआई जांच की मांग की है.
उपेंद्र सिंह ने कहा कि गिरिडीह में जमीन की लूट मची है. बड़े बड़े भूखंड को घेरा जा रहा. अधिकारी खड़ा होकर जमीन घेरवा रहे हैं. इस मामले की भी जांच होनी चाहिए. उपेंद्र सिंह ने कहा कि मेरी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है. जब तक भ्रष्ट अधिकरियों के खिलाफ कार्यवाई नहीं होगी, तब तक अनशन जारी रहेगा. छह सूत्री मांगों को लेकर झंडा मैदान में चल रहे आमरण अनशन कार्यक्रम में अशोक विश्वकर्मा, देवानंद पंडित, दिनेश विश्वकर्मा, रघुनंदन सिंह, बालमुकुंद राय, मो सनाउल्लाह हक सहित कई लोग उपस्थित थे.