गिरिडीह: बीमा नहीं, परमिट नहीं, टैक्स भी फेल, फिटनेस और प्रदूषण का भी प्रमाण पत्र नहीं. यह स्थित है डुमरी प्रखंड स्थित प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल के बसों की. ऐसी ही बसों पर बिठाकर बच्चों को घर से स्कूल ले जाया जाता है और घर पहुंचाया जाता है. स्कूल प्रबंधन की यह गड़बड़ी बुधवार को जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश प्रियदर्शी और उनकी टीम ने पकड़ी.
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टीम ने स्कूल की सभी बसों की जांच की उनके कागजात में भी गड़बड़ी मिली. दरअसल स्कूलों बसों की जांच के निर्देश जिले के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा और एसपी दीपक शर्मा ने दिया है. इस निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश प्रियदर्शी के नेतृत्व में जांच हो रही है. बुधवार को डीटीओ प्रियदर्शी के साथ एमवीआई रंजीत मरांडी, रोड सेफ्टी मैनेजर वाजिद हसन और अविनाश राज डुमरी स्थित प्रोग्रेसिव पब्लिक स्कूल पहुंचे. यहां एक एक कर सभी वाहनों की जांच की. जांच में सभी 10 वाहन (बस समेत) के कागजात को देखा गया. कागजातों का अध्ययन जब डीटीओ ने किया तो पाया कि बस के संचालन में तो पूरी तरह से एमवी एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है.
यहां पर विद्यालय प्रबंधन को डीटीओ ने काफी फटकार लगायी और 15 दिनों के अंदर सभी कागजातों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. विद्यालय प्रबंधन ने भी लिखित भरोसा दिया कि वे सभी गड़बड़ी को ठीक कर लेंगे.
बस की आधी खिड़की में नहीं मिली जाली: इस दौरान सभी बसों को अंदर और बाहर से चेक किया गया तो टीम ने पाया कि बसों की खिड़की में जाली नहीं है जो बच्चों के जीवन से खिलवाड़ है. इसी तरह बस के अंदर मेडिकल किट भी नहीं मिला. इसके साथ ही ड्राइवर बगैर वर्दी और बिना पहचान पत्र के मिले. साथ ही साथ एक ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था.
व्यवस्था में सुधार का निर्देश-डीटीओ: डीटीओ शैलेश प्रियदर्शी ने कहा कि इस स्कूल में एमवी एक्ट का उल्लंघन कर बस को संचालित किया जा रहा है. प्रबंधन को सभी तरह की गड़बड़ी का निर्देश दिया गया है. प्रबंधन की तरफ से लिखित दिया गया है कि वे 15 दिनों के अंदर सभी कागजात और बस को दुरुस्त कर लेंगे. जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि अभी जागरूकता अभियान के शुरुआत में सभी को चेतावनी दी जा रही है. इसके बाद कार्रवाई शुरू की जाएगी.