गिरिडीहः कोटा में इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्र की अधजली लाश बेंगाबाद के जंगल मे मिलने के बाद से लोग गुस्से में हैं. इस मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस अनुसंधान में जुटी है. लेकिन हत्यारा गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. इससे लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. वहीं विभिन्न दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
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विभिन्न दलों के नेताओं की ओर से कैंडल मार्च निकाला गया, जो टावर चौक पहुंचा. टावर चौक पर मृतक छात्र को श्रद्धांजलि दी गई. कैंडल मार्च में शामिल लोगों ने पुलिस को नकारा बताया. नेताओं ने कहा कि जिस तरह से छात्र विशाल सिंह की अधजली लाश मिली है, उससे साफ होता है कि उसकी हत्या की गई है. दिनदहाड़े इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है, यह चिंताजनक है.
नेताओं ने कहा कि हत्या में शामिल आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी होनी चाहिए थी. लेकिन कई दिन बित जाने के बाद भी हत्यारा गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. उन्होंने कहा कि हत्या की रात आक्रोशित लोगों ने टावर चौक के पास सड़क जाम किया था, तब प्रशासन ने भरोसा दिया था कि चंद घंटे में मामले का खुलासा किया जाएगा. लेकिन अभी तक पुलिस इसमें नाकाम रही है.
कैंडल मार्च में पूर्व विधायक ज्योतिंद्र प्रसाद, पूर्व आईजी सह भाजपा नेता लक्ष्मण सिंह, भाजपा नेत्री शालिनी वैसखियार के साथ साथ नुनूलाल मरांडी, सुभाष सिन्हा, विनय सिंह, अजय रंजन, भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष धनंजय सिंह, उपेंद्र सिंह, आम आदमी पार्टी नेता कृष्ण मुरारी शर्मा के अलावा विकास सिन्हा, रॉकी नवल सहित कई नेता व कार्यकर्ता शामिल थे.
गिरिडीह के बिरनी थाना क्षेत्र के घाघरा गांव के रहने वाले 17 वर्षीय विशाल सिंह की निर्मम हत्या कर दी गई है. विशाल की लाश मंगलवार की शाम खंडौली की ओर जाने वाली सड़क के किनारे झाड़ियों में मिली थी. लाश के पास से मृतक का स्कूटी और मोबाइल बरामद किया गया था.