गांडेय, गिरीडीह: झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम महतो ने कहा कि झारखंड निर्माण की कल्पना को पूरा करने के लिए युवाओं की राजनीति में भागीदारी बहुत जरूरी है. युवाओं में राजनीतिक चेतना को जगाना होगा और उन्हें सक्रिय रूप से आगे आना होगा. यह बातें उन्होंने बुधवार को बेंगाबाद के खंडोली में आयोजित जेबीकेएसएस के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में कही.
उन्होंने कहा कि राज्य अलग होने के 23 साल बीत जाने के बाद भी राज्य की स्थिति नहीं बदली. अगर स्थिति को बदलना है तो अपनी आवाज को राजधानी रांची एवं दिल्ली सदन तक पहुंचाना होगा. बदलाव के लिए सड़क से उठाकर युवाओं को सदन भेजने की तैयारी करनी होगी. जब तक परिवारवाद का सिलसिला चलता रहेगा झारखंड निर्माण की कल्पना पूरी नहीं हो सकती.
आंदोलन से बदलाव के मिल रहे संकेत: अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि राज्य के युवा बेरोजगार बैठे हैं और बाहरी लोगों को नौकरियां मिल रही हैं. झारखंड के युवा रोजगार की तलाश में पलायन पर मजबूर हैं. इस व्यवस्था को बदलने के लिए आंदोलन का साथी बनें. क्योंकि यह आंदोलन आपके लिए नहीं बल्कि झारखंड के सुनहरे भविष्य के लिए है और आने वाली पीढ़ियों के लिए है. इसलिए आंदोलन पर राजनीतिक पार्टियां नजर बना कर रखे हुए है.
उन्होंने कहा कि इंडिया और एनडीए दोनों ही गठबंधन के लोग उन्हें दिल्ली भेजने का प्रलोभन दे रहे हैं. मगर उन्हें झारखंड के युवाओं की लड़ाई लड़नी है. आंदोलन से राज्य में बदलाव के संकेत दिख रहे हैं और यह पिछले 2 सालों की मेहनत का परिणाम है. उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आपको इस संघर्ष का हिस्सा बन कर हर गांव में एक जयराम बनाना होगा तब झारखंड राज्य का पुनर्निर्माण का सपना पूरा होगा.
राज्य की दुर्दशा के लिए शासन प्रशासन जिम्मेवार: जयराम ने कहा कि झारखंड राज्य की दुर्दशा के लिए यहां की शासन और प्रशासन जिम्मेवार है. राज्य अलग होने के बाद से अब तक जिन पार्टियों की सरकार बनी सभी ने सिर्फ अपनी तिजोरी भरनी चाही. सत्ता सुख के लिए जनता को छला गया. उन्होंने कहा हेमंत सोरेन सत्ता के चक्कर में गुरु जी की बातों की अनदेखी कर रहे हैं. जयराम ने कहा कि बदलाव का समय आ गया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में वह गिरीडीह लोकसभा से बदलाव का आगाज करेंगे. वहीं गांडेय उप चुनाव में भी उन्होंने हुक्म का इक्का खोलने की बात कही.
संगठन विस्तार की बनी रणनीति: सम्मेलन के माध्यम से गिरीडीह जिला में जेबीकेएसएस संगठन विस्तार की रणनीति बनाई गई. जिला में संगठन विस्तार का प्रभार रोकी नवल को दिया गया. कार्यक्रम में राजदेश रतन, मनोज यादव, अर्जुन पंडित, शिवनाथ साव, संतोष यादव, रोकी नवल, मंजीत शर्मा समेत सैंकड़ों की संख्या में युवा उपस्थित थे.
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