गिरिडीहः राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी इन दिनों अपने गृह प्रखंड तिसरी में हैं. बुधवार को बाबूलाल यहां के लोगों से मिले और ढिबरा माइका स्क्रैप श्रमिक स्वालंबी सहयोग समिति के कार्यालय का उदघाटन भी किया. यहां पर उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में ढिबरा (अभ्रख का अवशेष) ही अधिकांश लोगों के जीवोकापार्जन का साधन है. प्रखंड में कई ऐसे स्थान हैं जहां वन क्षेत्र से हटकर रैयती, गैर-मजरुआ जमीन पर लोग ढिबरा चुनने और निकालने का काम करते हैं. इसके बाद भी वन विभाग कार्रवाई करती है. अगर कोई वन क्षेत्र में खनन कर रहा है तो उसपर विभाग कार्यवाई करता है तो कोई बात नहीं. लेकिन वह क्षेत्र के बाहर कोई व्यक्ति रोजी रोटी के लिए ढिबरा चुनता है और उसपर कार्यवाई होती है, निश्चित तौर पर गलत है. बाबूलाल ने कहा कि इसके लिए सभी को मजबूती से लड़ाई लड़नी होगी.
इसे भी पढ़ें- गिरिडीह में करंट लगने से एक युवक की मौत, परिवार में मातम
इस कार्यक्रम का मंच संचालन सुरेश यादव ने किया. बताया गया कि इस समिति से 50 हजार मजदूरों को जोड़ा जाएगा. इस दौरान समिति के अध्यक्ष कामेश्वर भारती, सचिव कारू लाल बरनवाल, मोहन बरनवाल, मुरली बरनवाल, प्रकाश लाल, सोनू हेंब्रम, इब्राहिम मियां, बालेश्वर यादव, सुनील साह, रामचंद्र ठाकुर, उदय साव, अशोक सिंह, बैकुंठ गुप्ता सहित कई लोग मौजूद रहे.