गिरिडीह: कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार के बीच जिले में प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. सरकार ने बाहर से आने वाले मजदूरों को एक सप्ताह तक क्वारेंटाइन करने का फैसला किया है. सरकार के इस फैसले के बाद प्रशासन भी अलर्ट है. महानगर से लौटे प्रवासी मजदूरों का बगोदर हाई स्कूल में रैपिड एंटीजन टेस्ट भी किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- लापरवाही: बसों से भर-भरकर दूसरे राज्यों से आ रहे हैं लोग, स्टैंड में कोरोना जांच की व्यवस्था नहीं
प्रवासी मजदूरों के लिए एंट्री प्वाइंट है बगोदर
बीडीओ मनोज कुमार गुप्ता के मुताबिक प्रवासी मजदूरों की वापसी का बगोदर एंट्री प्वाइंट है. ऐसे में बाहर से आने वाले मजदूरों को टेस्ट के बाद ही उन्हे उनके गांव के लिए रवाना किया गया. इसके अलावे बगोदर प्रखंड के मजदूरों को क्वारेंटाइन के लिए संबंधित पंचायत में बने क्वारेंटाइन सेंटर भी भेजा जा रहा है.
क्वारेंटाइन सेंटर का मुखिया ने लिया जायजा
प्रवासी मजदूरों की वापसी पर जरमुन्ने पश्चिमी के निवर्तमान मुखिया संतोष रजक भी गंभीर दिख रहे हैं. उन्होंने प्रवासी मजदूरों के परिजनों से मुलाकात कर वापस आए लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर भेजने की अपील की. उन्होंने बताया की जरमुन्ने पश्चिमी पंचायत में नवनिर्मित पंचायत सचिवालय और मध्य विद्यालय को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है जिसमें वापस आए मजूदरों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.