गढ़वा: पुलिस ने गढ़वा जिला मुख्यालय के सोनपुरवा में एक साल पहले हुए राजेश कुमार महतो की हत्या का खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि दो लाख रुपए की सुपारी देकर राजेश की हत्या कराई गई थी. इस हत्याकांड के पीछे दो एकड़ जमीन विवाद का मामला था. पुलिस ने तीन में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. तीसरा आरोपी हिमांशु दुबे की तलाश की जा रही है.
दोनों आरोपियों ने किया सरेंडर
पिछले साल 21 मार्च को सोनपुरवा निवासी राजेश कुमार महतो को उसके घर के ही पास ही गोली मारकर कर दी गयी थी. राजेश की पत्नी ने मुहल्ले के ही दो सगे भाइयों होरी महतो और पुटी महतो के खिलाफ प्राथमिकी करायी थी. हत्याकांड के बाद से दोनों फरार थे. थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने इस कांड को गंभीरता से लिया. इसके बाद दोनों आरोपियों ने कोर्ट में समर्पण कर किया. पुलिस ने दोनों को रिमांड पर लिया है.
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जमीन विवाद के चलते हुई थी हत्या
थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि राजेश महतो ने होरी और पुटी के पिता को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला था. लेकिन, परिजनों ने एक्सीडेंट की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस कारण यह मामला शांत हो गया था. मरने से पूर्व होरी-पुटी के पिता ने अपनी संपत्ति को सभी बेटे-बेटी के बीच बांट दिया था. होरी-पुटी की बहन सुनैना ने अपने हिस्से की दो एकड़ 56 डिसमिल जमीन का एग्रीमेंट एक करोड़ 11 लाख रुपये में राजेश कुमार महतो और उनके सहयोगी से किया था. होरी और पुटी अपनी बहन के हिस्से की जमीन को नहीं छोड़ना चाहते थे. दोनों सगे भाइयों ने पहले राजेश और बाद में अपनी बहन सुनैना के इकलौते दामाद सुजीत को रास्ते से हटाने की योजना बनाई.
दो लाख की दी थी सुपारी
होरी और पुटी ने राजेश की हत्या के लिये गढ़वा के नगवां के राजन तिवारी उर्फ जयप्रकाश, हूर गांव के दीपक तिवारी और पिपरा कला के हिमांशु दुबे को दो लाख रुपये की सुपारी दी थी. तीनों ने राजेश की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद होरी-पुटी के डर से उसकी बहन सुनैना, भांजी पूजा और दामाद सुजीत गढ़वा छोड़कर भाग गए थे.