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कोरोना का कहर: गढ़वा में एक साथ निकली सास-पतोहू की अर्थी, नागरिकों में दहशत

झारखंड में कोरोना की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के अधिकांश जिले इसकी जद में हैं. गढ़वा जिले में भी कोरोना कहर बरपा रहा है. यहां कोरोना से सास-पतोहू की एक साथ कोरोना से मौत हो गई.

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Published : May 18, 2021, 11:41 PM IST

कोरोना से मौत
कोरोना से मौत

गढ़वाः शहर में तबाही मचाने के साथ-साथ कोरोना महामारी का कहर अब गांवों तक पहुंच गया है. गांवों में लोग तेजी से इसका शिकार बन रहे हैं. ताजा घटना मेराल प्रखंड के अकलवानी गांव की है, जहां एक ही घर से एक साथ सास और पतोहू की अर्थी निकली.

यह भी पढ़ेंः सदर अस्पताल में ऑक्सीजन मैनीफोल्ड मशीन की कमी, क्या संक्रमित मरीजों से हो रहा खिलवाड़?

इस घटना से गांव में कोहराम मचा हुआ है. लोग कोरोना से काफी भयभीत हैं. बता दें कि अकलवानी गांव के बद्रीनाथ तिवारी की 85 वर्षीया मां पोखन देवी महामारी की चपेट में आ गयी थीं.

दो दिन पूर्व उनकी पत्नी 60 वर्षीया नयनतारा देवी को भी कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, जिनका इलाज गढ़वा के एक निजी क्लीनिक में किया जा रहा था. सोमवार की शाम बद्रीनाथ की मां का निधन हृदयगति रुकने से हो गया. उसके बाद पत्नी को भी सांस लेने में परेशानी होने लगी और दो घंटे के अंदर उनकी भी मौत हो गयी.

मंगलवार को सास-पतोहू की अर्थी एक साथ घर से निकली. शव यात्रा में गांव के लोग शामिल नहीं हुए. केवल उनके निजी गोतिया ही रस्म पूरा करने में साथ रहे. इस घटना से अकलवानी गांव में कोहराम मच गया है. ग्रामीणों ने कहा कि बद्रीनाथ का गांव में किराना दुकान थी. संभव है कि वहीं दोनों कोरोना की चपेट में आए होंगे.

ग्रामीणों ने मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी और गढ़वा के सिविल सर्जन से पूरे अकलवानी गांव को सेनेटाइज कराने और कैंप लगाकर कोविड जांच की मांग की है.

गढ़वाः शहर में तबाही मचाने के साथ-साथ कोरोना महामारी का कहर अब गांवों तक पहुंच गया है. गांवों में लोग तेजी से इसका शिकार बन रहे हैं. ताजा घटना मेराल प्रखंड के अकलवानी गांव की है, जहां एक ही घर से एक साथ सास और पतोहू की अर्थी निकली.

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इस घटना से गांव में कोहराम मचा हुआ है. लोग कोरोना से काफी भयभीत हैं. बता दें कि अकलवानी गांव के बद्रीनाथ तिवारी की 85 वर्षीया मां पोखन देवी महामारी की चपेट में आ गयी थीं.

दो दिन पूर्व उनकी पत्नी 60 वर्षीया नयनतारा देवी को भी कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई, जिनका इलाज गढ़वा के एक निजी क्लीनिक में किया जा रहा था. सोमवार की शाम बद्रीनाथ की मां का निधन हृदयगति रुकने से हो गया. उसके बाद पत्नी को भी सांस लेने में परेशानी होने लगी और दो घंटे के अंदर उनकी भी मौत हो गयी.

मंगलवार को सास-पतोहू की अर्थी एक साथ घर से निकली. शव यात्रा में गांव के लोग शामिल नहीं हुए. केवल उनके निजी गोतिया ही रस्म पूरा करने में साथ रहे. इस घटना से अकलवानी गांव में कोहराम मच गया है. ग्रामीणों ने कहा कि बद्रीनाथ का गांव में किराना दुकान थी. संभव है कि वहीं दोनों कोरोना की चपेट में आए होंगे.

ग्रामीणों ने मेराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी और गढ़वा के सिविल सर्जन से पूरे अकलवानी गांव को सेनेटाइज कराने और कैंप लगाकर कोविड जांच की मांग की है.

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