गढ़वा: जिले के जाटा गांव में मां और दो बच्चों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई. काम से लौटे सत्येंद्र रजक ने देखा कि पत्नी और दोनों बच्चों की लाश पड़ी है. यह देखते ही वह बेहोश हो गया. प्राथमिक इलाज के बाद वह होश में पाया. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की है.
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि तीन लाख रुपए, जमीन विवाद और बालू ढुलाई करने वाले ट्रैक्टर का रास्ता रोकने के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है. ग्रामीण शव को उठाने का विरोध कर रहे हैं. पुलिस लोगों को समझाने में जुटी है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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दृश्य देखकर चीखने लगा सत्येंद्र
पुलिस ने बताया कि जाटा गांव में सत्येंद्र रजक की पत्नी शोभा देवी, 8 साल का बेटा रणवीर रजक और 5 साल का बेटा अभिषेक रजक की धारदार हथियार से हत्या की गई है. सत्येंद्र अपने घर से करीब आधा किलोमीटर दूर नया घर बनाने गया था. उसकी पत्नी और दोनों बच्चे पुराने घर पर ही रुके थे. सत्येंद्र सोमवार शाम जब लौटा तब दृश्य देखकर चीखने लगा. चीखते-चीखते वह बेहोश हो गया.
तीन एंगल से घटना की जांच कर रही पुलिस
सत्येंद्र ने पुलिस को बताया कि घर में तीन लाख रुपए थे वह गायब हैं. इसके अलावा सत्येंद्र के रिश्तेदार ने गांव में एक कुआं बनवाया था. इसे विवादित बताते हुए सत्येंद्र और उसके घर के लोगों ने भर दिया था. इसको लेकर भी विवाद था. तीसरा कारण बताया जा रहा है कि नदी से बालू उठाकर सभी ट्रैक्टर सत्येंद्र की जमीन से गुजरते थे. सत्येंद्र रास्ता बंद कर देता था और पैसा मांगता था. आशंका है कि इसको लेकर भी वारदात को अंजाम दिया गया है. थाना प्रभारी राम अवतार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही घटना का खुलासा हो जाएगा.