गढ़वा: भवनाथपुर विधायक भानू प्रताप शाही ने झारखंड और गढ़वा में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर चिंता जताई हैं. उन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में झारखंड सरकार को असफल बताया है. साथ ही कहा कि सरकार ने इसके लिए एक रुपये भी निर्गत नहीं किए हैं, केवल आपदा विभाग के ही कुछ पैसे खर्च हुए हैं. इस कारण जिला प्रशासन दबाव में है और उसे आवश्यक कार्यों के निष्पादन में मुश्किल हो रही है.
बतौर विधायक भानू प्रताप शाही ने कई क्वाँरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया. वहां खाने-पीने, सोने और जेनरेटर आदि की व्यवस्था को देखा है. कोरोना से लड़ रहे फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, सहिया, सेविका, सफाईकर्मी, पुलिस और मुखिया को पीपीई किट नहीं मिले हैं. इसकी गहराई में जाने पर पता चला कि यह हाल केवल गढ़वा का नहीं बल्कि पूरे झारखंड का है. गढ़वा के एक ही क्वाँरेंटाइन सेंटर से 14 कोरोना पॉजिटिव मिलने पर कोरोना से फ्रंट लाइन पर लड़ रहे कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर नाराजगी जताई.
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विधायक ने कहा कि सरकार कोरोना से लड़ने के लिए मदर डिपार्टमेंट स्वास्थ्य विभाग से भी पैसे नहीं आए हैं. दो माह पूर्व विधानसभा में प्रस्ताव पारित होने के बाद भी सरकार अभी तक डीसी, मुखिया और किसी स्तर पर एक रुपया नहीं भेज सकी है. कोरोना की रोकथाम को लेकर यह राज्य सरकार की लापरवाही है. जो उसकी असफलता को उजागर कर रही है.