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गढ़वा: मैट्रिक-इंटर की परीक्षा को लेकर बैठक, DC ने पदाधिकारियों को कड़ा रुख अपनाने के दिए निर्देश - Matric-Inter Examination in Garhwa

गढ़वा में इस बार लगभग 24 हजार बच्चे मैट्रिक और लगभग 10 हजार बच्चे इंटर की परीक्षा देंगे. इसके लिए जिले भर में कुल 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने को लेकर डीसी ने सभी केंद्राधीक्षकों और शिक्षा पदाधिकारियों को विशेष निर्देश दिये हैं.

मैट्रिक-इंटर की परीक्षा को लेकर बैठक
Garhwa DC
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Published : Feb 8, 2020, 1:49 PM IST

गढ़वा: जिले में 11 फरवरी से शुरू होने वाली मैट्रिक-इंटर की परीक्षा को लेकर डीसी हर्ष मंगला ने शिक्षा पदाधिकारियों और केंद्राधीक्षकों के साथ बैठक की. बैठक में डीसी ने परीक्षा के दौरान शिक्षकों को कड़ा रुख अपनाने का निर्देश दिया, ताकि बच्चों में नकल करने की प्रवृति को रोकी जा सके, साथ ही यह भी ध्यान रखने को कहा कि उनके रुख से बच्चे डरे नहीं, बल्कि उनके अंदर सकारात्मक सुधार आए.

देखें पूरी खबर

जैक की परीक्षा नियमावली
गढ़वा में इस बार लगभग 24 हजार बच्चे मैट्रिक और लगभग 10 हजार बच्चे इंटर की परीक्षा देंगे. इनके लिए जिले भर में कुल 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए डीसी ने सभी केंद्राधीक्षकों और शिक्षा पदाधिकारियों को विशेष निर्देश दिये हैं. बैठक में डीईओ रामप्रसाद मंडल ने विस्तार से जैक की परीक्षा नियमावली की जानकारी दी, साथ ही कहा कि इस बैठक का उद्देश्य कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराना है.

ये भी पढ़ें-मुकेश जालान हत्याकांड: हत्यारों का सुराग नहीं, एसआईटी गठित

परीक्षा में कदाचार पर रोक
डीसी ने कहा कि परीक्षा में कदाचार कर रहे बच्चों पर विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें कदाचार करने से रोकना है. इस दौरान उन्हें डराना नहीं है, बल्कि उन्हें प्रिवेंशन मोड में लाना है. शिक्षक नैतिकता के साथ अपनी भूमिका निभाएं. परीक्षा के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों की तस्वीर प्रकाशित करायी जाएगी. अच्छे कार्य करने वाले विद्यालय के प्रधान सीधे मीडिया से बात करें. उसका प्रकाशन कराएं, ताकि एक अच्छा वातावरण बने और परीक्षा अपनी पूर्णता को प्राप्त कर सके.

गढ़वा: जिले में 11 फरवरी से शुरू होने वाली मैट्रिक-इंटर की परीक्षा को लेकर डीसी हर्ष मंगला ने शिक्षा पदाधिकारियों और केंद्राधीक्षकों के साथ बैठक की. बैठक में डीसी ने परीक्षा के दौरान शिक्षकों को कड़ा रुख अपनाने का निर्देश दिया, ताकि बच्चों में नकल करने की प्रवृति को रोकी जा सके, साथ ही यह भी ध्यान रखने को कहा कि उनके रुख से बच्चे डरे नहीं, बल्कि उनके अंदर सकारात्मक सुधार आए.

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जैक की परीक्षा नियमावली
गढ़वा में इस बार लगभग 24 हजार बच्चे मैट्रिक और लगभग 10 हजार बच्चे इंटर की परीक्षा देंगे. इनके लिए जिले भर में कुल 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए डीसी ने सभी केंद्राधीक्षकों और शिक्षा पदाधिकारियों को विशेष निर्देश दिये हैं. बैठक में डीईओ रामप्रसाद मंडल ने विस्तार से जैक की परीक्षा नियमावली की जानकारी दी, साथ ही कहा कि इस बैठक का उद्देश्य कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराना है.

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परीक्षा में कदाचार पर रोक
डीसी ने कहा कि परीक्षा में कदाचार कर रहे बच्चों पर विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें कदाचार करने से रोकना है. इस दौरान उन्हें डराना नहीं है, बल्कि उन्हें प्रिवेंशन मोड में लाना है. शिक्षक नैतिकता के साथ अपनी भूमिका निभाएं. परीक्षा के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों की तस्वीर प्रकाशित करायी जाएगी. अच्छे कार्य करने वाले विद्यालय के प्रधान सीधे मीडिया से बात करें. उसका प्रकाशन कराएं, ताकि एक अच्छा वातावरण बने और परीक्षा अपनी पूर्णता को प्राप्त कर सके.

Intro:गढ़वा। जिले में 11 फरवरी से शुरू होने वाली मैट्रिक-इंटर की परीक्षा को लेकर डीसी हर्ष मंगला ने शिक्षा पदाधिकारियों एवं केंद्राधीक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में डीसी ने परीक्षा के दौरान शिक्षकों को कड़े रुख अपनाने का निर्देश दिया ताकि बच्चों में नकल करने की प्रवृति को रोका जाए। साथ ही यह ध्यान रखने को कहा कि उनके रुख से बच्चे डरे नहीं बल्कि उनके अंदर सकारात्मक सुधार आये।


Body:बता दूं कि जिले में इस बार लगभग 24 हजार बच्चे मैट्रिक और लगभग 10 हजार बच्चे इंटर की परीक्षा देंगे। इनके लिए जिले भर में कुल 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पूर्णतः कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए डीसी ने सभी केंद्राधीक्षकों और शिक्षा पदाधिकारियों को विशेष निर्देश दिया है। बैठक में डीईओ रामप्रसाद मंडल ने विस्तार से जैक की परीक्षा नियमावली की जानकारी दी। साथ ही कहा कि इस बैठक का उद्देश्य कदाचारमुक्त परीक्षा सम्पन्न कराना है।



Conclusion:डीसी हर्ष मंगला ने कहा कि परीक्षा में कदाचार कर रहे बच्चों पर विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें कदाचार करने से रोकना है। इस दौरान उन्हें डराना नहीं है बल्कि उन्हें प्रिवेंशन मोड़ में लाना है। शिक्षक नैतिकता के साथ अपनी भूमिका निभाएं। परीक्षा के दौरान अच्छे प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों की तस्वीर प्रकाशित करायी जाएगी। अच्छे कार्य करने वाले विद्यालय के प्रधान सीधे मीडिया से बात करें। उसका प्रकाशन कराएं ताकि एक अच्छा वातावरण बने और परीक्षा अपनी पूर्णता को प्राप्त कर सके।
बाइट-रामप्रसाद मंडल, डीईओ
बाइट- हर्ष मंगला, डीसी गढ़वा
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