गढ़वाः सियासत में सदमे की मार क्या होती है, यह गढ़वा में देखने को मिला. झारखंड के विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से टिकट के दावेदार अजय दुबे को दरकिनार कर उनके पिता पूर्व मंत्री चन्द्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे को टिकट दे दिया गया. अजय दुबे इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाए और उनकी मौत हो गई. बेटे की मौत के बाद अंतहीन दुख में ददई दुबे अब खुद के जीवन से खफा हैं. वह कहते हैं कि उन्हें भी अब नहीं जीना.
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कई राजनेता पहुंचे आवास
अजय दुबे का पार्थिव शरीर उनके गढ़वा स्थित आवास पर पहुंचा. सूचना पाकर ददई दुबे के चिरपरिचित राजनीतिक प्रतिद्वंदी मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी, पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, झामुमो केंद्रीय महासचिव मिथिलेश ठाकुर, भाजपा नेता अलखनाथ पांडेय, जदयू नेता डॉ पतंजलि केसरी सहित सैकड़ों लोग श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे.
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विडंबना देखिए एक तरफ देहरी पर खड़ी जीत रूपी कांग्रेस की टिकट और दूसरी ओर देहरी से बाहर निकलते बेटे की अंत्येष्ठी. इस घटना ने ददई दुबे को अंदर से झकझोर कर खोखला कर दिया. वह कहते हैं कि उनका बेटा अजय बहुत अच्छा था. पूरे जीवन में उसने किसी का बुरा नहीं किया. जाना था उन्हें लेकिन बेटा ही छोड़कर चला गया. अब वह भी चले ही जाएंगे. वहीं, रामचन्द्र चंद्रवंशी ने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंदिता अलग बात है लेकिन मानवता के नाते हम उनके साथ हैं.